उस एक चाँद के टुकड़े को
आज हर घरवाली प्यार से देखेगी,
अपने साजन के प्यारे मुखड़े को,
आज कितने चाँद निहारेंगें,
उस एक चाँद के टुकड़े को,
ये नाम नही है सिर्फ यहाँ भूखी प्यासी रहने का,
अंदाज़ है हर पत्नी का अपने साजन से कुछ कहने का,
ये...
अपने साजन के प्यारे मुखड़े को,
आज कितने चाँद निहारेंगें,
उस एक चाँद के टुकड़े को,
ये नाम नही है सिर्फ यहाँ भूखी प्यासी रहने का,
अंदाज़ है हर पत्नी का अपने साजन से कुछ कहने का,
ये...