#बहू का किरदार
बहू का किरदार कुछ ऐसा है
उसके लिए सभी को समझ पाना थोड़ा मुश्किल है
मन में कितने सपने संजोए वह सुसराल जाती है
पर उसके सपने धरे के धरे रह जाते है
बस सब को खुश करने में वह लग जाती है
सब को खुश करने कि चक्कर में वह खुद को ही भुल जाती है।।
© mmmmalwinder
उसके लिए सभी को समझ पाना थोड़ा मुश्किल है
मन में कितने सपने संजोए वह सुसराल जाती है
पर उसके सपने धरे के धरे रह जाते है
बस सब को खुश करने में वह लग जाती है
सब को खुश करने कि चक्कर में वह खुद को ही भुल जाती है।।
© mmmmalwinder