उसको मत बेकार समझना..
जीवन के आसार समझना
खुद को मत बेकार समझना
दुनियां तो बस बहकावों में हैं
चंचल मन के वार समझना
चाहत जिनकी पल...
खुद को मत बेकार समझना
दुनियां तो बस बहकावों में हैं
चंचल मन के वार समझना
चाहत जिनकी पल...