सती और शिव की लव स्टोरी (epi-2)
सती की मृत्यु से शिव तबाह हो गए। वह शोक की गहरी स्थिति में चले गए और दुनिया से अलग हो गए।
इस बीच, सती का पुनर्जन्म पार्वती के रूप में हुआ, जो हिमालय के राजा हिमवान की पुत्री थी। पार्वती बड़ी होकर सती की तरह ही सुंदर और गुणवान हुई। वह भी भगवान शिव से गहराई से प्यार करने लगी।
पार्वती जानती थी कि शिव अभी भी सती के लिए शोक कर रहे हैं, इसलिए उसने अपनी भक्ति और त्याग के माध्यम से उनका प्यार जीतने का फैसला किया। उसने कई वर्षों तक कठोर तपस्या और तपस्या की। अंत में, शिव उसकी भक्ति से प्रेरित हुए और उसे पत्नी के रूप में स्वीकार कर लिया।
शिव और पार्वती की प्रेम कहानी बिना शर्त प्यार और भक्ति की शक्ति का प्रमाण है। यह हमें सिखाती है कि सच्चा प्यार सभी बाधाओं को पार कर सकता है।
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इस बीच, सती का पुनर्जन्म पार्वती के रूप में हुआ, जो हिमालय के राजा हिमवान की पुत्री थी। पार्वती बड़ी होकर सती की तरह ही सुंदर और गुणवान हुई। वह भी भगवान शिव से गहराई से प्यार करने लगी।
पार्वती जानती थी कि शिव अभी भी सती के लिए शोक कर रहे हैं, इसलिए उसने अपनी भक्ति और त्याग के माध्यम से उनका प्यार जीतने का फैसला किया। उसने कई वर्षों तक कठोर तपस्या और तपस्या की। अंत में, शिव उसकी भक्ति से प्रेरित हुए और उसे पत्नी के रूप में स्वीकार कर लिया।
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