aj ki hakikat
यह संसार मुझे रास नहीं आता है
यह हर पल औरतों के सम्मान को ठेस पहुंचाया जाता है
बाहर निकलने से अब मैं भी थोड़ा घबराती हूं
लोगों के हवस वाले नजर से खुद को बचाती हूं...
यह हर पल औरतों के सम्मान को ठेस पहुंचाया जाता है
बाहर निकलने से अब मैं भी थोड़ा घबराती हूं
लोगों के हवस वाले नजर से खुद को बचाती हूं...