#लग जा गले🤗😊
कभी कभी एक गले लगाने से हम भूल जाते हैं, अपने दुःख, अपनी परेशानियों को, पर ऐसा क्यूँ होता हैं??सोचा हैं कभी ,
चलिए मैं बताती हूँ, क्योंकि आजकल हमेशा हम अपने आप को मजबूत बनाने की कोशिश करते हैं, उलझे रहते हैं खुदमेँ, दुनिया को जो दिखाते हैं असलियत में हम वो होते नहीं हैं, मगर इस सब की भीड़ में कुछ खास लोग होते है जिनके सामने हम #हम # बन के रहते हैं, कुछ पल की खुशी बिताते हैं, और जब हम थक जाते हैं, तब हम सहारा ढूँढते हैं, और unke मिलते ही बिखर जाते है, कहा जाता हैं की जीवन दुःख और सुख का मेला हैं, मगर जब दोनों ज़ज्बात में कोई एक ज़ज्बात का तराजू बढ़ जाए तो हम गले लगते हैं, kaise???? sochiye
खुश होने पर भी गले लगना हैं, और रोने पर भी।।।
इसीलिए जाइए और आज बिना मतलब गले लगाइए अपने खास लोगों को जिनसे आप मजबूत बने हैं, इससे बेहतर #hugday क्या ही होगा ,इंसान कोई भी हो, अगर सुकून है तो जाइए गले लग जाइए😊और उसे रख लीजिए अपने paas😊😊🥰
© Palak
चलिए मैं बताती हूँ, क्योंकि आजकल हमेशा हम अपने आप को मजबूत बनाने की कोशिश करते हैं, उलझे रहते हैं खुदमेँ, दुनिया को जो दिखाते हैं असलियत में हम वो होते नहीं हैं, मगर इस सब की भीड़ में कुछ खास लोग होते है जिनके सामने हम #हम # बन के रहते हैं, कुछ पल की खुशी बिताते हैं, और जब हम थक जाते हैं, तब हम सहारा ढूँढते हैं, और unke मिलते ही बिखर जाते है, कहा जाता हैं की जीवन दुःख और सुख का मेला हैं, मगर जब दोनों ज़ज्बात में कोई एक ज़ज्बात का तराजू बढ़ जाए तो हम गले लगते हैं, kaise???? sochiye
खुश होने पर भी गले लगना हैं, और रोने पर भी।।।
इसीलिए जाइए और आज बिना मतलब गले लगाइए अपने खास लोगों को जिनसे आप मजबूत बने हैं, इससे बेहतर #hugday क्या ही होगा ,इंसान कोई भी हो, अगर सुकून है तो जाइए गले लग जाइए😊और उसे रख लीजिए अपने paas😊😊🥰
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