एक अनकही गाथा भाग २
रखैल और तवायफ का सिद्धान्त वैश्या+ _नाजायज वो नहीं जो बेनाम है एक सिद्धांत रखैल =और तवायफ -
अश्लील और नाजायज़ जगतवैशया के द्वारा जगतवेशयालय में।।
एक तवायफ और रखैल त्रृष्ण में होकर शिव में जिसका कुछ नहीं होते हुए भी सिर्फ कर्मपथ है जो कि इस अनकही गाथा में गाथायनी बेनाम वो नहीं जो नाजायज और अश्लील या गैरकानूनी है बल्कि नाजायज़ वो है जिसका कोई...
अश्लील और नाजायज़ जगतवैशया के द्वारा जगतवेशयालय में।।
एक तवायफ और रखैल त्रृष्ण में होकर शिव में जिसका कुछ नहीं होते हुए भी सिर्फ कर्मपथ है जो कि इस अनकही गाथा में गाथायनी बेनाम वो नहीं जो नाजायज और अश्लील या गैरकानूनी है बल्कि नाजायज़ वो है जिसका कोई...