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बचपन का वादा
CHAPTER 15

मानवी को पीछे से कोई आवाज देता है। जब मानवी पीछे मुड़कर देखती है तो शिखर उसके पास आ रहा था।

शेखर : मानवी के पास आकर बोलता है गुड मॉर्निंग विश करता है।

मानवी : गुड मॉर्निंग शेखर बताओ तुमने मुझे आवाज क्यों दिया।

शेखर : वो कुछ नहीं मैं बस पूछ रहा था की आगे का असाइनमेंट कब बनायेंगे क्योंकि कल दिन है असाइनमेंट जमा करने का।

(मानवी शेखर को हैरान नजरो से देखेने लगती है।)

शेखर : मानवी से बोलता है तुम मुझे ऐसे क्यों देख रही हो मैने कुछ गलत बोल दिया क्या।

मानवी : नही मैं बस हैरान हु तुम्हे स्टडी के लिए इतना सीरियस देखते हुए। मैंने सोचा कि तुम्हे याद भी नही होगा की कल हमलोग का आसिगमेंट का आखरी डेट है।

शेखर : मानवी से बोलता है की अभी तुम मुझे जानती ही कहा हो मैं स्टडी के लिए हमेशा से सीरियस रहा हू क्युकी मुझे खुद से कुछ करना है।
(और मन मैं सोचता है खुद का बिजनस स्टार्ट करके अपने पाप को बताना है की मैं खुद से भी कुछ कर सकता हू।)

मानवी : शेखर को बोलती है कहा को गए।

शेखर : कही नहीं बस यही बोल रहा हू तुम अभी मेरे बारे मैं नही जानती हो कोई बात नही तुम मुझे धीरे जान लोगी।

(मानवी मन मैं सोचती है मुझे पता ही नही था की यह मजाक करने वाला लड़का...