" तंगदिल "
" तंगदिल "
कुछ लोग कितने तंगदिल होते हैं..!
इन्हें रिश्ते निभाने की तमीज नहीं होती..!
ऐसे लोगों के साथ जीना पड़े तो समझो
कि रोज़-रोज़ ही पल-पल जंग होनी है..।
कुछ लोग अपने हिस्से में लेना तो बहुत कुछ चाहते हैं..!
आप जी भर कर चाहे जितना भी सौ प्रतिशत फ़र्ज़ अदा कर लें , तब भी इन्हें शिक़ायत ही, जी भर कर करते हैं..।
मगर मजाल है कि ये आपके साथ बराबरी से आदान-प्रदान कर लें..!
या कभी आपकी अच्छाईयों के लिए...
कुछ लोग कितने तंगदिल होते हैं..!
इन्हें रिश्ते निभाने की तमीज नहीं होती..!
ऐसे लोगों के साथ जीना पड़े तो समझो
कि रोज़-रोज़ ही पल-पल जंग होनी है..।
कुछ लोग अपने हिस्से में लेना तो बहुत कुछ चाहते हैं..!
आप जी भर कर चाहे जितना भी सौ प्रतिशत फ़र्ज़ अदा कर लें , तब भी इन्हें शिक़ायत ही, जी भर कर करते हैं..।
मगर मजाल है कि ये आपके साथ बराबरी से आदान-प्रदान कर लें..!
या कभी आपकी अच्छाईयों के लिए...