दोस्ती (भाग 16)
पीछे से शिवम् और वर्षा आए और फिर तीनो कैंटीन फिर लाइब्रेरी चले गए। बातो बातो में मालती भूल गई की उसको प्रतीक को फोन भी करना है। कॉलेज से बाहर निकले वो प्रतीक अपनी बाइक पर बैठा हुआ था उसने मालती को आते देखा तो बाइक चालू करदी, मालती ने वर्षा और शिवम् को विदा किया और प्रतीक की बाइक पर बैठ गई। करीब आधी रात को सब शादी से वापस घर आए और सो गए। अगले दिन इतवार था तो सब देर से उठे, सब नाश्ता करने आए तो प्रतीक का मुंह गुस्से से फूला हुए था, किसी बच्चे की भांति वो गुस्से में बैठा हुए था।
सारा दिन वो यूंँ ही रहा गुस्से में। मालती ने गायत्री से पता किया कि...
सारा दिन वो यूंँ ही रहा गुस्से में। मालती ने गायत्री से पता किया कि...