और बताओ
"और बताओ" एक शब्द है ऐसा
जिसने अनगिनत बातों को खुद में हैं समेटा
कभी शामिल होता है इसमें अपनों का हाल
तो कभी पूछने होते है किसी से अनगिनत सवाल
कभी मिलता हैं इसमें अपनों के जीवन का कुछ जवाब
कभी रह जाता कुछ जानने का एक ख्वाब
कभी इसमें शामिल हैं बातों को आगे बढ़ने का सलीका
तो कभी किसी को नहीं सूझता जवाब देने का तरीका
"और बताओ" एक शब्द जो कभी बनता है एहसास
यूं ही नहीं ये शब्द हर बात को बना देता है खास
© Ek Baat Bolu( अपर्णा तिवारी)
जिसने अनगिनत बातों को खुद में हैं समेटा
कभी शामिल होता है इसमें अपनों का हाल
तो कभी पूछने होते है किसी से अनगिनत सवाल
कभी मिलता हैं इसमें अपनों के जीवन का कुछ जवाब
कभी रह जाता कुछ जानने का एक ख्वाब
कभी इसमें शामिल हैं बातों को आगे बढ़ने का सलीका
तो कभी किसी को नहीं सूझता जवाब देने का तरीका
"और बताओ" एक शब्द जो कभी बनता है एहसास
यूं ही नहीं ये शब्द हर बात को बना देता है खास
© Ek Baat Bolu( अपर्णा तिवारी)