एक असम्भव प्रेम गाथा अनन्त में है।।237
🔴मरियादा व धर्म की योनि कि आसीमता है।।
🔴मरियादा व धर्म के अस्तित्व की आसीमता में कौन सर्वश्रेष्ठ वेशया है।।
🔴क्यों किन्नर कल्याणवी मूर्ति एक सर्वश्रेष्ठ किन्नर नहीं है।।🔴जब वह शून्य हो जाता है मैं तब चाह बनती हूं क्योंकि उनकी इच्छा व स्वार्थ से ग्रस्त हवसी योनि मुझे हवसिका कहकर वासनिका व प्रेम श्रुति कहकर संबोधित करना बंद कर देती है।।🔴राम-बाली को (त्रेतायुग)
भील अखेटक -श्री कृष्ण (द्वापर)🔴धर्म की आसीमता व स्थापना के मरियादा की योनि की आसीमता को समाप्त करना अनिवार्य है।।त्रेतायुग में राम ने मारा था बाली तथा द्वापर युग में बाली ने ज़रा ना मक अखेटक बनकर तीर चलाया था श्री कृष्ण पर एक हिरण समझ करऔर इसी तीर के लगने के पश्चात् उन्होंने धरती लोक मृत्युलोक से प्रशथान कर अपनी उसी अगंगीका संग बैठकुन्धाम प्रशथान किया जिसका मूल्य नाम लैसवी वैशया अर्थात श्रीं राधा तथा...
🔴मरियादा व धर्म के अस्तित्व की आसीमता में कौन सर्वश्रेष्ठ वेशया है।।
🔴क्यों किन्नर कल्याणवी मूर्ति एक सर्वश्रेष्ठ किन्नर नहीं है।।🔴जब वह शून्य हो जाता है मैं तब चाह बनती हूं क्योंकि उनकी इच्छा व स्वार्थ से ग्रस्त हवसी योनि मुझे हवसिका कहकर वासनिका व प्रेम श्रुति कहकर संबोधित करना बंद कर देती है।।🔴राम-बाली को (त्रेतायुग)
भील अखेटक -श्री कृष्ण (द्वापर)🔴धर्म की आसीमता व स्थापना के मरियादा की योनि की आसीमता को समाप्त करना अनिवार्य है।।त्रेतायुग में राम ने मारा था बाली तथा द्वापर युग में बाली ने ज़रा ना मक अखेटक बनकर तीर चलाया था श्री कृष्ण पर एक हिरण समझ करऔर इसी तीर के लगने के पश्चात् उन्होंने धरती लोक मृत्युलोक से प्रशथान कर अपनी उसी अगंगीका संग बैठकुन्धाम प्रशथान किया जिसका मूल्य नाम लैसवी वैशया अर्थात श्रीं राधा तथा...