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Lockdown के पहले का प्यार
यह दो प्रेमी की कहानी है इसमें दर्शाया गया है सन् 2019 मे उस समय की बात थी सौरभ और सिया की पहली मुलाकात ऑफिस से शुरू होती है । दोनों एक ही कंपनी में काम करती है ।
उस वक्त दोनों एक दूसरे से अनजान थे ना सिया उसे जानती थी ना सौरभ उसे जानता था ‌ दोनों अपने ऑफिस के काम में व्यस्त रहते थे । वक्त कब ऐसे गुजर गया पता ही नहीं चला । फिर एक दिन ऐसा वक्त आया। जून का महीना था तेज बारिश हो रही थी । और ऑफिस में काम भी बहुत ज्यादा आ गया था। तभी बॉस ने ऑफिस में काम को काफी रात तक करने का आदेश दिया और दोनों काम करने के लिए ऑफिस में रुक गये । उसी समय सौरभ और सिया की मुलाकात हुई फिर काम मैं ही बातें करते- करते कब वक्त निकल गया पता ही नहीं चला । जब सुबह हुई तो सौरभ पहले आ गया और सिया की राहत ताक़ते रहा और दोनों अपने-अपने केबिन में जाकर बैठ गए और एक-दूसरे को देख-देखकर हंसते रहे । फिर सिया और सौरभ धीरे-धीरे करीब आ गए थे । और दोनों को एक-दूसरे से प्यार हो गया लेकिन अपने दिल की बात एक -दूसरे को बता नहीं पा रहे थे दोनों एक-दूसरे से मिलने लगे वक्त बिताने लगे और ऑफिस के बाद साथ में घूमने भी जाने लगे ऐसे 1 साल तक चला इनका प्यार फिर 2020 में ऐसा समय आया कोरोना नाम का वायरस पूरे शहर में तबाही मचा रहा था । कि लोग उसकी चपेट में आकर बीमार हो रहे थे। शहरों में इतना ज्यादा वायरस फैल गया था। कि हमारे भारत के प्रधानमंत्री ने संपूर्ण लॉक डाउन का आदेश दे दिया । जरूरी सेवाओं को चलाने की अनुमति दिया गया । फिर लॉकडाउन के बाद सिया और सौरभ ऑफिस आने लगे लेकिन दोनों ऑफिस आते रहे एक -दूसरे से मिलते नहीं थे दूर- दूर से ही बात करते थे। और फोन पर बात होती रहती थी। लेकिन उनका प्यार कम नहीं हुआ और वह उसी दिन सिया को प्रपोज करने वाला था । और उस समय ऐसी घटना घटी कि पूरा वक्त बदल गया फिर ऑफिस में दोनों को सर्दी जुखाम हो गया।
कोविड-19 टेस्ट कराया मगर दोनों का नेगेटिव आया।
वह दोनों बहुत खुश हो गए। सिया और सौरभ धीरे-धीरे ऑफिस आते रहे थे फिर एक दिन सौरव ऑफिस आया पर उस दिन सिया नहीं आई । सौरव परेशान हो गया बहुत
सिया को कॉल करने लगा लेकिन उसका फोन नहीं लग रहा था पुरे स्टाफ से भी पूछा लेकिन किसी को कुछ पता नहीं था । फिर वह बॉस के पास गया और पूछने लगा सर सिया क्यूं नहीं आई सर ने कहा मुझे नही मालूम मे भी कॉल कर रहा हूं लेकिन उठा नहीं रही है। फिर वहां से सौरभ भागकर उसके घर जाता है लेकिन सिया वहां भी नहीं रहती है वह और घबरा जाता है तभी सामने से सिया पड़ोसी आते हुए दिखते है और सौरभ उनसे पूछता है कि आपने सिया को देखा क्या फिर वह बताते हैं कि सिया हॉस्पिटल में एडमिट है कल रात उसकी तबीयत बहुत बिगड़ गई थी तो मैने एंबुलेंस को कॉल किया था यह आकर सिया को ले जाने के लिए कौन से हॉस्पिटल में एडमिट है सिया उनके पड़ोसी ने बताया कि वह सागर हॉस्पिटल एडमिट है यही पास मे है और वह स्थान का धन्यवाद करके वह से चला जाता है । वहां पहुंचने पर पता चलता है कि वह कोविड हॉस्पिटल है और उसे समझ में आ जाता है कि सिया कोविड से ग्रस्त है लेकिन वहां उसे मिलने नहीं दिया जाता है और वह डॉक्टर से पूछता है कि अब उसकी हालत कैसी है डॉक्टर बोलते हैं बहुत क्रिटिकल है । उपलब्ध नहीं रहता है। कुछ ही देर बाद सिया की तबीयत में सुधार आती है और देखती है कि सौरभ भी इसी बीमारी से जूझ रहा है । ऑक्सीजन सिलेंडर देने के लिए किसी एक को अवेलेबल है किसी एक को बचाया जा सकता है आपस में बात करते है डॉक्टर और यह बात सिया
सुन लेती है सुन लेती है । तभी सौरभ के पास ऑक्सीजन नही रहते है वह वैसे ही तड़पता रहता है उसकी हालत बहुत खराब और होती जा रही थी । और वह सौरभ से बहुत प्यार करती थी लेकिन अपने दिल की बात उसे नही बता सकी और उसने अपना ऑक्सीजन उसे लगा दिया ताकि उसकी जान बच सके यही मेरी प्यार की अधूरी कहानी पूरी हुई उसकी जान बचा कर । और तब सौरभ की हालत कुछ अच्छी होती है और वह देखता है कि सिया मर चुकी है और वह दुनिया से बहुत दूर चली गई है जाह से कभी वह वापस नही आ सकती है यह देखकर कर सौरभ की आंखे खुली की खुली रह जाती है और पलक एक बार भी नही झपकाता है बस आंखो से आंसु बहता रहता है । और वह ठीक होकर घर आ जाता है लेकिन सिया का खिल-खिलाता चेहरा आंखो के सामने आ जाता है और आंखो से आंसु आ जाता है और वह उसे भुला नही
पाया फिर कुछ दिन बाद उसने अपनी नौकरी छोड़ दी ।
और किसी संस्था मे शामिल हो गया और वहा लोगो की मदद करने लगा ऑक्सीजन सिलेंडर देखकर उनकी जान बचाने लगा ताकि किसी की जान ना जा सके सिया की तरह
-Anita yadav



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