सुकून भरा दिन
सुकून भरा दिन
एक दिन परिवार के साथ मैं मंदिर जा रही थी, जो शहर से थोड़ी दूरी पर स्थित था। बारिश के दिन थे। हमारे निकलने के कुछ दिनों पहले बहुत बारिश हुई थी। इतनी बारिश के लोगों के घरों में पानी भर गया था।
दोपहर को हम घर से निकले, घने बादल थे। रास्ते में चाय नाश्ता करने के लिए हम रुक गए। हमारा वाहन चालक, किशोर नाश्ता कर रहा था, उतने में एक छोटा लड़का आया और उसे देख रहा था। किशोर को लगा वह लड़का...
एक दिन परिवार के साथ मैं मंदिर जा रही थी, जो शहर से थोड़ी दूरी पर स्थित था। बारिश के दिन थे। हमारे निकलने के कुछ दिनों पहले बहुत बारिश हुई थी। इतनी बारिश के लोगों के घरों में पानी भर गया था।
दोपहर को हम घर से निकले, घने बादल थे। रास्ते में चाय नाश्ता करने के लिए हम रुक गए। हमारा वाहन चालक, किशोर नाश्ता कर रहा था, उतने में एक छोटा लड़का आया और उसे देख रहा था। किशोर को लगा वह लड़का...