bachpan ki yaden
बचपन में सबसे
अधिक बार पूछा गया सवाल –
बड़े हो कर क्या बनना है ?
जवाब अब मिला है –
फिर से बच्चा बनना है ।
उड़ने दो परिंदों को
अभी शोख़ हवा में,
फिर लौट के बचपन के
ज़माने नहीं आते।
सुकून की बात मत कर ऐ दोस्त,
बचपन वाला इतवार अब नहीं आता ।
वो बचपन की नींद अब ख्वाब हो गई,
क्या उमर थी कि,
शाम हुई और सो गये।
रोने की वजह भी न थी,
न हँसने का बहाना था;
क्यों हो गए हम इतने बडे़,
इससे अच्छा तो वो बचपन का जमाना था।
बचपन में तो शामें भी हुआ करती थी,
अब तो बस सुबह के बाद रात हो जाती है।
लौटा देती ज़िन्दगी एक दिन नाराज़ होकर,
काश मेरा बचपन भी कोई अवार्ड होता।
© writer satyam mishra
अधिक बार पूछा गया सवाल –
बड़े हो कर क्या बनना है ?
जवाब अब मिला है –
फिर से बच्चा बनना है ।
उड़ने दो परिंदों को
अभी शोख़ हवा में,
फिर लौट के बचपन के
ज़माने नहीं आते।
सुकून की बात मत कर ऐ दोस्त,
बचपन वाला इतवार अब नहीं आता ।
वो बचपन की नींद अब ख्वाब हो गई,
क्या उमर थी कि,
शाम हुई और सो गये।
रोने की वजह भी न थी,
न हँसने का बहाना था;
क्यों हो गए हम इतने बडे़,
इससे अच्छा तो वो बचपन का जमाना था।
बचपन में तो शामें भी हुआ करती थी,
अब तो बस सुबह के बाद रात हो जाती है।
लौटा देती ज़िन्दगी एक दिन नाराज़ होकर,
काश मेरा बचपन भी कोई अवार्ड होता।
© writer satyam mishra