"उम्मीद"(दूसरा भाग)
परिवार की समस्याओं से तंग आकर " विकल" ने अपने पक्के दोस्त "सचिन" से सलाह मांगी। सचिन ने उसकी सारी बातें इत्मिनान से सुनी और एक दिन बाद समाधान देने के लिए कहा।
दूसरे ही दिन बड़ी उत्सुकता से "विकल", "सचिन" से मिला। "सचिन" ने भी सच्ची दोस्ती निभाते हुए "विकल" को एक रात के लिए होटल में हनीमून सुइट बुकिंग गिफ्ट कर दी।
"विकल" ये बात घर पर बताने में सहज नहीं था तो उसने बहाना बनाया कि "सचिन" के घर पार्टी है। मैं और "सरिता" आज रात वहीं रुकेंगे।
"सरिता" से शादी की रात दिया हुआ गिफ्ट साथ लाने को कहा। वही गिफ्ट जो अभी तक "सरिता" ने खोल के देखा भी न था, जिसे वो घर के कामों...
दूसरे ही दिन बड़ी उत्सुकता से "विकल", "सचिन" से मिला। "सचिन" ने भी सच्ची दोस्ती निभाते हुए "विकल" को एक रात के लिए होटल में हनीमून सुइट बुकिंग गिफ्ट कर दी।
"विकल" ये बात घर पर बताने में सहज नहीं था तो उसने बहाना बनाया कि "सचिन" के घर पार्टी है। मैं और "सरिता" आज रात वहीं रुकेंगे।
"सरिता" से शादी की रात दिया हुआ गिफ्ट साथ लाने को कहा। वही गिफ्ट जो अभी तक "सरिता" ने खोल के देखा भी न था, जिसे वो घर के कामों...