बुढ़ापे की नजदीकिया
*कहानी: बुढ़ापे की नजदीकियाँ*
*निगम साहब पिछले बीस मिनट से पूरे घर में हड़बड़ाए से घूम रहे थे। पहले उन्होंने अपनी स्टडी टेबल की सारी किताबों को इधर-उधर किया, फिर वहां से निराश हो ड्रेसिंग टेबल के सामने पहुंच गए। ड्रेसिंग टेबल के लगभग सारे सामानों
को बिखेरने के बाद उनका ध्यान डाइनिंग टेबल पर गया। पूरी मेहनत के बाद भी उन्हें वांछित वस्तु नहीं मिली। इसके बाद निगम साहब अपनी अलमारी की और बढ़े और उन्होंने अलमारी को खोलकर तलाशी लेनी शुरु की।*
*"यह सुबह-सुबह क्या घर में कोहराम मचा रखा है ??चेन से सोने भी नहीं देते!!*
*इतनी देर शोर शराबे से बेखबर सो रही मिसेज निगम की आंखें खुल गईं और वे उठकर किचन में चली गई।*
*बदन पर ट्रैक सूट, सर पर कैप , पैरों में नई नवेले
स्पोर्ट्स शूज, पूरी तरह मॉर्निंग वॉक को तैयार निगम साहब के चेहरे पर पसरी परेशानियां पत्नी के उठ जाने पर कुछ कम हुई। वे मिसेस निगम के पीछे पीछे किचन में पहुंचे।*
*"मेरा दूर का चश्मा नहीं मिल रहा है!...
*निगम साहब पिछले बीस मिनट से पूरे घर में हड़बड़ाए से घूम रहे थे। पहले उन्होंने अपनी स्टडी टेबल की सारी किताबों को इधर-उधर किया, फिर वहां से निराश हो ड्रेसिंग टेबल के सामने पहुंच गए। ड्रेसिंग टेबल के लगभग सारे सामानों
को बिखेरने के बाद उनका ध्यान डाइनिंग टेबल पर गया। पूरी मेहनत के बाद भी उन्हें वांछित वस्तु नहीं मिली। इसके बाद निगम साहब अपनी अलमारी की और बढ़े और उन्होंने अलमारी को खोलकर तलाशी लेनी शुरु की।*
*"यह सुबह-सुबह क्या घर में कोहराम मचा रखा है ??चेन से सोने भी नहीं देते!!*
*इतनी देर शोर शराबे से बेखबर सो रही मिसेज निगम की आंखें खुल गईं और वे उठकर किचन में चली गई।*
*बदन पर ट्रैक सूट, सर पर कैप , पैरों में नई नवेले
स्पोर्ट्स शूज, पूरी तरह मॉर्निंग वॉक को तैयार निगम साहब के चेहरे पर पसरी परेशानियां पत्नी के उठ जाने पर कुछ कम हुई। वे मिसेस निगम के पीछे पीछे किचन में पहुंचे।*
*"मेरा दूर का चश्मा नहीं मिल रहा है!...