लोहड़ी के अलाव की पावन अग्नि को साक्षी मानकर बंधता संबंध
लोहड़ी के अलाव की पावन अग्नि को साक्षी मानकर बंधता संबंध
कल लोहड़ी के पावन अवसर पर मेरे आत्म संगनी का संदेश आया बोली जानू तुमको याद है आज ही के दिन हमारे प्यार की शुरुआत हुई थी।में लोहड़ी के अलाव की आग के साथ तुमसे चर्चा में लीन थी,एक अलग अहसास के साथ।
वोह बोली जानू आज भी लोहड़ी है मेरी हार्दिक इच्छा है आज मैं लोहड़ी के अलाव की इस पावन अग्नि को साक्षी मानकर...
कल लोहड़ी के पावन अवसर पर मेरे आत्म संगनी का संदेश आया बोली जानू तुमको याद है आज ही के दिन हमारे प्यार की शुरुआत हुई थी।में लोहड़ी के अलाव की आग के साथ तुमसे चर्चा में लीन थी,एक अलग अहसास के साथ।
वोह बोली जानू आज भी लोहड़ी है मेरी हार्दिक इच्छा है आज मैं लोहड़ी के अलाव की इस पावन अग्नि को साक्षी मानकर...