अनचाही मोहब्बत ( पार्ट 1)
कृतिका अपने बिस्तर पर लेटे लेटे मोबाइल पर अपनी अंगुलियाँ घुमा रही थी कि अचानक फ्रेंड रिक्वेस्ट लिस्ट में गिरीश का नाम लिखा देखा।उसकी अँगुली वहीं थम गई और उसका प्रोफाइल खोल कर देखना चाहा पर गिरीश की प्रोफाइल लॉक थी इसलिए कुछ भी देख नहीं पाई।उसके दिमाग में अतीत की यादें सागर की लहरों की तरह उमड़ने लगी।उसके अतीत की बातें एक एक कर उसके जेहन में घूमने लगी ,उसने उस रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट भी कर लिया...हाँ ,ये वो ही तो गिरीश था, जो कभी उसके दिलोदिमाग पर छाया रहता था ...पर हालात ने उसे कृतिका के जीवन से दूर कर दिया था।आज फिर दर्द की एक लहर उसके दिल में उठी....वो जज़्बाती हो गई ...फिर उसने मोबाइल पर गाना लगाया....
दिल ने फिर याद किया बर्फ सी लहर आई है
फिर कोई चोट मोहब्बत की उभर आई है...…
उसे याद आने लगा कि कैसे उन दोनों के दिल के तार जुड़े थे।इनके प्यार की कहानी भी बिल्कुल हटकर थी।न कभी एक दूजे से मिले ....न बात की....पर मोहब्बत टूट कर की थी।
कृतिका के घर के पास ही एक लड़कों का होस्टल था।और कृतिका के घर के ठीक सामने एक रेस्टोरेंट था जहाँ गिरीश...
दिल ने फिर याद किया बर्फ सी लहर आई है
फिर कोई चोट मोहब्बत की उभर आई है...…
उसे याद आने लगा कि कैसे उन दोनों के दिल के तार जुड़े थे।इनके प्यार की कहानी भी बिल्कुल हटकर थी।न कभी एक दूजे से मिले ....न बात की....पर मोहब्बत टूट कर की थी।
कृतिका के घर के पास ही एक लड़कों का होस्टल था।और कृतिका के घर के ठीक सामने एक रेस्टोरेंट था जहाँ गिरीश...