वर्तमान मुद्दा
अगर जहन मे थोङी भी हो,और मानवता शेष हो न तो पढ कर share कर लेना..
अब पढ लो क्या हो रहा है मैं बताता हूँ..
जो तुम कर रहे हो न देश को खोखला, मान जाओ, अपनी व्यवस्था टन्न बाकी सारे कुछ भी, ये जो दंगे हो रहे हैं और होंगे उसका मूल कारण तुम्हारी ये नीति, ये तो प्रबल विरोधी भावनाओं से भरी विदेश नीति से भी भयंकर है जो छात्रों के लिए तुम रख रहे हो, ये शीत युद्ध तो चलेगा ही अब अगर देतांत की स्थिति चहिए ही तो भावना बदल लो, और हम नहीं कहते कि...