वर्तमान मुद्दा
अगर जहन मे थोङी भी हो,और मानवता शेष हो न तो पढ कर share कर लेना..
अब पढ लो क्या हो रहा है मैं बताता हूँ..
जो तुम कर रहे हो न देश को खोखला, मान जाओ, अपनी व्यवस्था टन्न बाकी सारे कुछ भी, ये जो दंगे हो रहे हैं और होंगे उसका मूल कारण तुम्हारी ये नीति, ये तो प्रबल विरोधी भावनाओं से भरी विदेश नीति से भी भयंकर है जो छात्रों के लिए तुम रख रहे हो, ये शीत युद्ध तो चलेगा ही अब अगर देतांत की स्थिति चहिए ही तो भावना बदल लो, और हम नहीं कहते कि तुम ऐसा करो या वैसा करो, ये तो राजनीति में जो तुम कर रहे हो न अनपढ़पना ले ङूबेगा तुम्हें, कितने छात्रों ने आत्महत्या की है 🥺, पर तुम्हें क्या मतलब तुम्हें तो सीट चाहिए , ङूब कर मर जाओ और दम हैं न तो एक दिन एक दिन सेना की परेङ करके दिखा दो, होश ठिकाने लग जाऐंगे सीमा पर लङने की बात तो दूर.... ये मैं बता दूँ कि क्या हो रहा है ??
अब पहला तो ये कि अब जो army की preparation कर रहे थे coaching ले रहे थे उनमें लगभग सबकी मनोदशा change क्योंकि 4 साल कोई job करना पसंद नहीं कर रहा और फिर coaching change, नुकसान भी देख लो किस किसका हुआ है और भाजपा अन्ध भक्त आँख कान खोल कर सुन लें हमसे ज्यादा दुगला पन तुम रख भी नहीं सकते हम भाजपा को केंद्र पर विदेश नीति की प्रबलता के लिए जब प्रथम रखते भी हैं तो वहीं बेतुकी राष्ट्रीय नीतियों पर उसकी पतनावस्था का दर्शन कराने के लिए दर्पण भी रखते हैं और ये सत्य असत्य का चक्कर पढे लिखे बेरोजगारों को न बताओ पागल नहीं हैं... वो किसी ने कहा भी है कि संसद IAS अधिकारियों के हवाले कर दी जाए तो देश और अधिक दिन दूनी रात चौगुनी उन्नति करेगा, पर नहीं, ये तो मुझे लगता भी नहीं कि मंत्रालय में सचिव को पूछते भी होंगे, इन्हें भरने हैं अपने कोठे, एक बात बता दूँ समय सबका समान नहीं रहता वो जो तुम कहते ही हो...
आज इसे पढ भी लो आज भाजपा जिस तीव्रता के साथ अपने आयाम स्थापित कर रही है , उसी तीव्रता के साथ इसका पतन होना निश्चित ही नहीं सुनिश्चित है... अब उखाङ लो students का तुम, 20 को भारत बंद 😠🙏
© अनुराग तिवारी