अधूरा खत 💔
पहले ना ईमेल, ना इंटरनेट,
ना फेसबुक और ना ही कोई एस एम एस
कुछ भी नही था ये प्यार ।
बस किताबों की अदला बदली
और उसके बीच रखे खतों में
किसी तरह महफूज था ये प्यार ।
ना तो कही बाहर घूमने की छूट
और ना ही गांव में कोई बैठने की अच्छी जगह
ना कोई पार्क और ना कोई रेस्तरा ।
ग्रमियों...
ना फेसबुक और ना ही कोई एस एम एस
कुछ भी नही था ये प्यार ।
बस किताबों की अदला बदली
और उसके बीच रखे खतों में
किसी तरह महफूज था ये प्यार ।
ना तो कही बाहर घूमने की छूट
और ना ही गांव में कोई बैठने की अच्छी जगह
ना कोई पार्क और ना कोई रेस्तरा ।
ग्रमियों...