धर्मवीर मनी सिंह: एक अदम्य योद्धा
18वीं शताब्दी का समय था। भारत मुगल शासन के अधीन था और मुगलों का जुल्म चरम पर था। धर्म परिवर्तन के लिए अत्याचारों का सिलसिला जारी था, लेकिन कई वीर योद्धा अपनी आस्था और स्वतंत्रता की रक्षा के लिए दृढ़ता से खड़े थे। उन्हीं में से एक थे मनी सिंह, जिनकी वीरता और बलिदान की कहानी इतिहास के पन्नों में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज है।
मनी सिंह का जन्म एक सिख परिवार में हुआ था। उनके 11 भाई और 7 पुत्र थे, जो सभी देश और धर्म की रक्षा के लिए समर्पित थे। मनी सिंह बचपन से ही धार्मिक और वीरता के गुणों से संपन्न थे। उन्होंने अपने परिवार के साथ मिलकर मुगलों के अत्याचारों का सामना किया और कई बार उनका...
मनी सिंह का जन्म एक सिख परिवार में हुआ था। उनके 11 भाई और 7 पुत्र थे, जो सभी देश और धर्म की रक्षा के लिए समर्पित थे। मनी सिंह बचपन से ही धार्मिक और वीरता के गुणों से संपन्न थे। उन्होंने अपने परिवार के साथ मिलकर मुगलों के अत्याचारों का सामना किया और कई बार उनका...