hide and run ____page3
नव्या को अपने घर की चिंता सता रही थी । उसके घर में क्या हो रहा होगा उसके मन में जानने की बहुत इच्छा थी। उसके घर में कोई फोन भी नही उठा रहा था। उसके सब्र का बाण टूट चुका था और वो खड़े हो कर कहने लगी ,"मैं जा रही हुं मुझसे यू बैठा नहीं जा रहा इस से अच्छा तो घर में जाते हुए किसी का खाना ही बन जाऊं । "
सभी उसे ऐसा करने के लिए मना करते हैं और रोकते हैं। नव्या बिल्कुल भी नही मानती जैसे उसने ज़िद ही कर ली जाने की ।
संजू उसे कहती है," जाओ पर ये सैंडल पहन कर मत जाना गिर जाओगी लो मेरे जूते पहन लो फिट तो नही आयेंगे पर भागने में आसानी होगी। एक और बात रात को जाना वो भले ही ज़ोंबी है उन्हे सब कुछ दिखता है और वो सब कुछ सूंघते है। इसीलिए रात में जाना किसी सुरक्षित जगह में छुप तो जाओगी ।
संजू की बातें सुनकर नव्या संजू को...
सभी उसे ऐसा करने के लिए मना करते हैं और रोकते हैं। नव्या बिल्कुल भी नही मानती जैसे उसने ज़िद ही कर ली जाने की ।
संजू उसे कहती है," जाओ पर ये सैंडल पहन कर मत जाना गिर जाओगी लो मेरे जूते पहन लो फिट तो नही आयेंगे पर भागने में आसानी होगी। एक और बात रात को जाना वो भले ही ज़ोंबी है उन्हे सब कुछ दिखता है और वो सब कुछ सूंघते है। इसीलिए रात में जाना किसी सुरक्षित जगह में छुप तो जाओगी ।
संजू की बातें सुनकर नव्या संजू को...