कुछ हर्फ़ है हम पन्नो के।
यूँही चलते चलते हम जिंदगी के दिन,महीने, सालो में गुजरते अपने जन्मदिन मनाते बड़े होते जाते है।
या सत्य कहे तो कहानी के लिखे हर्फों में से एक जो कि हम होते है। उसकी लिखी किताब के हिस्से में अपना रोल अदा कर फिर फना हो जाते है।
कितनो को याद होंगी इतिहास की वो सभी घटनाये या ये कहे कितनो ने पढ़ी होंगी वो किताबे चाहे इतिहास के पन्नो में वे वेद, पुराण, रामायण, या कोई भी धर्म के ग्रन्थ हो जिन्होंने हमे जीवन जीना सिखाया या वो जिन घटनाओ को ले युद्ध हुए और नई व्यवस्था बनी।
क्या सभी को सब विषय या उसके बारे में हुए विस्तार के अनुभव है।
शायद नही क्योकि वो जो हुआ वो उस काल के अनुभव था जिसे उस समय खण्ड में लिखा गया था। आज जो अनुभव हम महसूस या देख कर रहे है उसे लिख रहे है।
चाहे आप सर्वशक्तिमान राजा रहे हो...
या सत्य कहे तो कहानी के लिखे हर्फों में से एक जो कि हम होते है। उसकी लिखी किताब के हिस्से में अपना रोल अदा कर फिर फना हो जाते है।
कितनो को याद होंगी इतिहास की वो सभी घटनाये या ये कहे कितनो ने पढ़ी होंगी वो किताबे चाहे इतिहास के पन्नो में वे वेद, पुराण, रामायण, या कोई भी धर्म के ग्रन्थ हो जिन्होंने हमे जीवन जीना सिखाया या वो जिन घटनाओ को ले युद्ध हुए और नई व्यवस्था बनी।
क्या सभी को सब विषय या उसके बारे में हुए विस्तार के अनुभव है।
शायद नही क्योकि वो जो हुआ वो उस काल के अनुभव था जिसे उस समय खण्ड में लिखा गया था। आज जो अनुभव हम महसूस या देख कर रहे है उसे लिख रहे है।
चाहे आप सर्वशक्तिमान राजा रहे हो...