किताब।🌻
किताब का एक अध्याय जिसके पन्ने मुड़े हुए हैं। जब भी किताब खोली जाती है ,सबसे पहले वो अध्याय खुल जाता है। वो शुरू होता है गुलाब की तरह महकते खूबसूरत शब्दों से। जिसमे प्रेम की सुगंध है। जिसमे हड़बड़ाहट है। जिसमे इंतजार है।एक अलग तरह की बेचैनी है। अध्याय के ये पन्ने बेहद खूबसूरत और पवित्र हैं। बिल्कुल सुबह के कोमल स्पर्श की तरह जिससे दिन खिल उठता है।
सूरज की किरणे जब उन शब्दों पे...
सूरज की किरणे जब उन शब्दों पे...