कॉलोनी का 'भुरु'
कॉलोनी का भुरु" यह एक कॉलोनी में रहने वाले एक कुत्ते पर आधारित कहानी है! जिसे सभी 'कॉलोनी वासी 'भुरु'कहकर बुलाते है! यहां मैं अपने पिता के साथ एक कॉलोनी में रहता हूं ! यहां का सिपाही है -अपना प्यारा भुरु! जोकि अपनी सेवा के बदले न किसी से कुछ मांगता है, न किसी के घर में घुसता है और न ही वह किसी को कभी सताता है ! वह अदभुत सिपाही अपने को कोलोनी पर न्यौछावर कर चुका है! वह अपना फर्ज एक ईमानदार पुलिस वाले की तरह निभाता है! पहली बात तो, वह कॉलोनी वासियों में तो किसी को परेशान नहीं करता है! किन्तु यदि किसी दुसरी जगह का कोई बाहरी आदमी आ जाये...