मैं और तुम..
कैंटीन बदल गई
काउंटर पर बैठने वाली लड़की की जगह एक अधेड़ आदमी ने ले ली
अब यहां चाय कोई लड़का बनाता है
खुशबू शहर के मसालों की अब भी ताजा है
बस नहीं रहा तो वो स्वाद जो उम्र को दराज रखता था
वो लड़की...
काउंटर पर बैठने वाली लड़की की जगह एक अधेड़ आदमी ने ले ली
अब यहां चाय कोई लड़का बनाता है
खुशबू शहर के मसालों की अब भी ताजा है
बस नहीं रहा तो वो स्वाद जो उम्र को दराज रखता था
वो लड़की...