नारी कोई वस्तु नही
नारी वो शब्दो का आगाज है
जिससे सृष्टि का होता निर्माण है।
नारी कोई वस्तु नही न ही उसे बेचने का किसी को अधिकार है
नारी ही एक पुरुष को पूरक बनाती है
पूरे समाज का पोषण करती हैं लेकिन ये समाज...
जिससे सृष्टि का होता निर्माण है।
नारी कोई वस्तु नही न ही उसे बेचने का किसी को अधिकार है
नारी ही एक पुरुष को पूरक बनाती है
पूरे समाज का पोषण करती हैं लेकिन ये समाज...