...

8 views

मृत मैं।
छोड़ कर अपने देह को चला में मंजिल की ओर। एक आखरी बार चार कंधो पर बोझ बना। यू तो कुछ इस तरह मेरी डोली निकली, परिवार की आंखो मे आंसु और मां फुट फुट कर रोती है। पड़ोसियों का क्या है? जब जिंदा था तब भी भला न सोचा, अब झुटी फिकर...