उसके यादों के सुगबुगाहट आज भी है...
मेरे मरणोपरांत मेरे कमरे में ऐसा कुछ नही मिलेगा तुम्हे
जिससे ये साबित हो सके कि मुझे कभी किसी से मोहब्बत हुई थी...
ना ही मेरी दराज़ में मिलेंगे किसी के प्रेम पत्र..
ना ही मिलेंगे किसी के तोहफे में दिलाये हुए झुमके...
ना ही मिलेगा मेरी किताब में कोई सूखा हुआ गुलाब..
ना ही...
जिससे ये साबित हो सके कि मुझे कभी किसी से मोहब्बत हुई थी...
ना ही मेरी दराज़ में मिलेंगे किसी के प्रेम पत्र..
ना ही मिलेंगे किसी के तोहफे में दिलाये हुए झुमके...
ना ही मिलेगा मेरी किताब में कोई सूखा हुआ गुलाब..
ना ही...