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मेरा अनुभव मेरा गुरु
क्या ये चाहना गलत है
खुद के जीवन के हर पहलु पर खुद निर्णय लेना
माना हमारे अपने बड़े बहुत अनुभवी है
उन्हें हमसे ज्यादा तजुर्बा है ज्ञान है
वो पूरा उम्र बिता दिए लोगो को राय देते
लोगो में सुलह करते करते
पर ऐसा तो नहीं है न की वो कभी गलत साबित न हुवे हो या उनसे कोई गलती न हुई हो
ऐसा कोई भी इंसान नहीं है इस दुनिया में जिसने अपने जीवन में कोई गलती ही न की हो
क्युकी ऐसा इंसान सिर्फ भगवान हो सकते है
और इस दुनिया में बस इंसान है ईश्वर तो मन में बास्ते है
आजकल के टाइम में यही बातो पे फस्स जाते है
दिल कहता है अपनों को दुख कैसे दू अपनी ख़ुशी के लिए
पर जब हम खुद अपने निर्णय खुद ही लेना सीखेंगे तभी तो हम कल के समय में अपने अनुभव दुसरो को बता पाएंगे
क्युकी आज के मुस्किलो को हम अपनों सी बड़ो की मदद सी तो सुलझा तो लेंगे
पर अगर कल हमारे अपने नहीं होंगे तब क्या हम निर्णय ही नहीं लेंगे
लेंगे न तो फिर अभी क्यों नहीं
इंसान किसी के अनुभव की बाते सुन कर ज्यादा सिख नई सकता
जितना वो खुद अनुभव नहीं करता
क्युकी जब खुद का अनुभव होता है तो इंसान को अपनी गलती अच्छाइ सब समझ आती है
और फिर वो उस बात को अपने जीवन में कभी भूल नहीं पता है
और वो कोई भी गलती होने सी पहले ही बहुत बार विचार करता है
और हर काम को विचार करके करता है
ताकि पहले जैसा गलती उससे फिर न हो पाय
इंसान को बड़ो की बाते बहुत ध्यान सी सुन्ना चाहिए
ऐसा नहीं की उनकी बाते सुने ही न
बोलते है ना सुनो सबकी पर करो
खुद की
क्युकी अगर ज्ञान की बाते अगर छोटो सी भी मिलती है तो उसे ग्रहण करना चाहिए
बात यहाँ पे अधिकतर यही आती है की शादी खुद की मर्ज़ी सी किया जाए या बड़ो की मर्ज़ी सी
कुछ लोग इस बात के बारे में सोचते ही नहीं क्युकी ऐसा समय आया ही नहीं
घर वाले शादी करा देते है हम देखने जाते है और उन्हें पसंद तो हमे भी पसंद
सो नौबत ही नहीं आती ऐसी
हालांकि सबकी अपनी अपनी चॉइस होती है
कुछ लड़कों और लड़कियों की तो 36 आएंगे 36 जायेंगे पर मेरे वाली या मेरा वाला तो मेरे मम्मी पापा लाएंगे
किसी सी टाइम पास करो और फिर संस्कारी बन कर घर वालो की मर्ज़ी सी शादी कर लो
ये बहुत लोगो को अच्छा लगता है
गर्लफ्रेंड भी हो सिंगल जब हो दोस्तों को दिखने के लिए और शादी के बाद पत्नि और पाती तो मिलना ही है
सो लाइफ में हर रिश्ते को एन्जॉय करो
बट नॉट गुड
गलत हमेशा गलत ही होता है
टाइम पास कभी नहीं करना चाहिए क्युकी जिस चीज़ का कोई महत्त्व ही नहीं है उसे करना ही क्यु
भगवन ने ये जिंदगी दि है इंसान बना कर भेजा है सो
कुछ अच्छे काम करलो
अगर हर इंसान यही सब चीज़ो में उलझा रहता तो न कोई वैज्ञानिक बन पता न कोई कुछ
बात यहाँ पे शादी की है
जिसके बारे में सबके अपने अपने राय होते है
कुछ सोचते है की घरवालों की मर्जी सी करते है ताकि कल को सामने वाला गलत निकले तो बोल पाय आपने ही तो कराया था शादी
कोई रिस्क नहीं लेना चाहता
क्युकी अगर तुम गलत साबित हुवे खुद की नज़रो में तो लोग क्या कहेंगे
बात उनके कहने की नहीं है
बात है खुद के घमंड का टुटना खुद को गलत साबित न होने देना लेकिन ईगो जैसी चीज़ रख कर क्या फायदा खुद को थोड़ा चेज करने पर हम बेटर फील करते है तो क्यु न खुद ये अनुभव करे
मैं इतनी समझदार हुई हु की नहीं जो मैं सही निर्णय ले सकती हु अब
किसी इंसान को खुद जानूँगी, पहचानूँगी तब अगर लगा सही इंसान है तब शादी करुँगी
मुझे लोगो की परवाह नहीं क्युकी लोग आज भी बात करेंगे और कल भी
क्युकी उन्हें सिर्फ खाने से मतलब है
अगर किसी का शादी टूटता है तब आप अगर अपने मायके के साथ रहोगे तो यही लोग बोलेंगे आपको
और आपको गलत साबित करेंगे
क्युकी लोग किसी को अच्छा बोल नहीं सकते
लाइफ एक बार मिलती है उसे अनुभव करो और उससे सीखो
और एक अच्छा इंसान बन लोगो को अच्छी बाते और राय दो
किसी के काम आजाना ही जीवन का नाम है
कोई इंसान पूर्ण कभी नहीं होता हमेशा किसी न किसी की सहायता की जरूरत हमेशा होती है इंसान को
लड़कियों को सबसे ज्यादा डर अपने जीवन में जीवन साथी कैसा होगा
यही रहता है
जरुरी नहीं हर बार हम सही हो पर गलती होगयी तो उससे भी तो सिखने को मिलेगा
शादी चाहे अरेंजड हो या लव हो
उससे कुछ नई होता
बस आपको रिस्ता बनाये रखने आना चाहिए
अपने ईगो और ख्वाईशो को थोड़ा दबा कर रखना पड़ता है
आप थोड़ा झुकोगे सामने वाला खुद बा खुद झुकने लगेगा लेकिन उसके लिए समय देना पड़ता है
जीवन के हर काम को बहुत सोच समझ कर करो
और हमेशा उसकी अच्छाई बस मत ढूंढो उसकी बुराई भी ढूंढो
फिर सोचो क्या आप दोनों चीज़ अपनाते है
तो फिर आप कभी अपने जीवन में निराश नहीं होंगे