एक कहानी बचपन की है
थी जब मैं इतनी छोटी की
ठीक तरह से ना चलती थी
एक दीन हुआ अचानक यु की
देखा मैंने एक उड़ता तोता
देख उसे फीर मेरा क्या था
मेरे मन में भी लालच आया...
ठीक तरह से ना चलती थी
एक दीन हुआ अचानक यु की
देखा मैंने एक उड़ता तोता
देख उसे फीर मेरा क्या था
मेरे मन में भी लालच आया...