...

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फॉक्स a new hunter,,,,✨✨✨✨✨
लियाज़ सुबह उठती है ,और खुद को आईने में देखा, उसके पूरे शरीर पर खरोंच, और पट्टी बंधी हुई थी,
,,, लियाज़ दर्द में कहारती हुई आहे भर रही थी...
ये ,,सब मेरे साथ ही क्यू होता है? क्या हो जाता है मुझे खुद को नही पता रहता है ? कही मैंने ...Ssss फादर, मदर को तो कुछ नहीं किया .....!
मैं क्या करू?
,,,,,,तभी फॉदर की एंट्री होती है ,,
बेटी लियाज़ अब कैसे हो ?
लियाज़~ फॉदर ! मैं बहुत,,,,,, परेशान है,, मेरे को नको पता ये ,कैसे होता है मेरे साथ ? मेरे को डर लगता है ,कही मैं तेरे को भी हर्म ना कर दे ?
फॉदर ~ बेटा फादर स्ट्रॉन्ग है , मैं ठीक हु ,तेरे केयर करने के वास्ते ही मैने खुद को स्ट्रॉन्ग बनाया है ।
लियाज़ के सिर पर हाथ फेरते हुए बोले।
     आज तुमको कॉलेज नको जाने को, क्योंकि आज मैं तुमको बाहर घुमाने के वास्ते लेकर जाएगा ।
लियाज़ ~ हु,,,,, एक लंबी स्माइल के साथ।
फॉदर ~ चलो अब नाश्ता कर लो ।
दोनो नीचे आते है ।
मदर ~ आ गया तुम दोनो ?  अब कैसा है ,, लियाज़ तुम ?
फॉदर ~ मेरा खून है ,लियाजा स्ट्रॉन्ग है फादर के जैसे ! मदर ~ ये क्या ,पैर के नीचे चूहा ,,,,
फॉदर ~ कहा ,,,,, आह,,  कहा है ?
मदर~ लो देख लो , लियाज़ फादर की बहादुरी,,जूठा .....
लियाज़ हंसने लगती है,,,घर का मौहोल खुशनुमा हो जाता है।
कुछ देर बाद सब अपने काम से चले जाते है।
लियाज़ रूम में आराम करने चली जाती है ,उसके रूम के पास एक झील थी ,,जिसकी आवाज इतनी मन मोहक थी की , लियाज़ को इस आवाज के बिना नींद नही आती थी,
झील काफी पुरानी थी ।
लियाज़ सो कर उठती है तो उसके बॉडी के पूरे निशान खुद ही ठीक हो चुके थे ,,, ।
लियाज काफी परेशान हो जाती थी ,,की मेरे साथ ही ऐसा  क्यों होता है ,,,मुझे आज तक नही पता की ,रात में बेहोश होने के बाद मेरे साथ क्या होता है ।
यही सब सोचते हुए , लियाज़ कब घर से उस झील के पास आ गई ,पता ही नहीं चला ,,,,लियाज़ अपने सोच से बाहर आते है ,,और मोशम का लुफ्त उठाती हुई, झील के किनारे चली जाती है ,,और पत्थरों पर बैठ कर , छोटे छोटे कांकड़ उठा कर ,,झील के पानी में
फेंकती है,,,
छा,, प्पाSsss,,,, क,......,, चप्पक,, स्लैप,,,छपक,,,।

वो अपने पीछे देखती है , वही दोनों फॉक्स जिसे कल ,रात को लियाज़ ने बचाया था ,वो दोनो पानी पीने आती है ,।
पहली फॉक्स ~ अच्छा हुआ की कल हमे, प्रेंसीज फॉक्स ने बचा लिया नही तो ,आज हम वाली चढ़ रहे होते ।
दूसरी फॉक्स ~ चुप रहो ,,,नही तो कोई सुन न ले  की,, प्रिंसेज को किंग से ,,,,,,,
लियाज काफी परेशान हो जाती थी ,,की मेरे साथ ही ऐसा  क्यों होता है ,,,मुझे आज तक नही पता की ,रात में बेहोश होने के बाद मेरे साथ क्या होता है ।
यही सब सोचते हुए , लियाज़ कब घर से उस झील के पास आ गई ,पता ही नहीं चला ,,,,लियाज़ अपने सोच से बाहर आते है ,,और मोशम का लुफ्त उठाती हुई, झील के किनारे चली जाती है ,,और पत्थरों पर बैठ कर , छोटे छोटे कांकड़ उठा कर ,,झील के पानी में
फेंकती है,,,
छा,, प्पाSsss,,,, क,......,, चप्पक,, स्लैप,,,छपक,,,।

वो अपने पीछे देखती है , वही दोनों फॉक्स जिसे कल ,रात को लियाज़ ने बचाया था ,वो दोनो पानी पीने आती है ,।
पहली फॉक्स ~ अच्छा हुआ की कल हमे, प्रेंसीज फॉक्स ने बचा लिया नही तो ,आज हम वाली चढ़ रहे होते ।
दूसरी फॉक्स ~ चुप रहो ,,,नही तो कोई सुन न ले  की,, प्रिंसेज को किंग से ,,,,,,,
तभी पहली फॉक्स ,वो देखो,,,, लुलु ( लियाज़)यहां कैसे।
लियाज़ ~ पता नही ,कब मुझे सब सच्चाई का पता होगा ,, मदर फॉदर को भी कुछ नही पता रहता है ,,,,,
अहह,,,, क्या करू मैं अपना,,।
तभी वो अपने पीछे उन दोनो फॉक्स को देखती है ,,अरे  इनको तो मैने कही देखा है ,,लेकिन कहा कुछ याद नहीं ,,,,
दोनो फॉक्स पानी पीती है और चली जाती है ,,, लियाज़ दोनो फॉक्स का पीछा करती है,,,,

वो दोनो फॉक्स यह देख कर ,,बहुत तेज भागती है ,
पहली ~ भागो ,,जल्दी अगर लुलु ने पीछा किया और हमे पकड़ लिया तो , तो मेरा मुंह अपने आप सब बता देगा, इतना कह कर दोनो भागती है
लियाज़ उनका पीछा करती हुई ,,
बोली,,
रूको मुझे तुम लोगो से कुछ पूछना है ! ,वैसे एक बात और लियाज़ जानवरों से बात करने ने ,,, एक्सपर्ट थी उसे चिडियो की भी भाषा आती थी ,,,,।
दूसरी ~ पहली से बोलती है देखी मैने कहा था ,,ना ये हमारे बहाने ही सब कुछ जानने की कोशिश करेगी ,,,भागो जल्दी भागो ,,,,दोनो जंगल में आवाज करती हुई,,, शाय sss sss,, चप्पक्क ,,,,,,, आह आह ,,
हम तो थक गए ,,,है उससे बहुत दूर निकल आए है चलो आराम कर लो ,,,,मेरे से और भागा नहीं जा रहा है ,,।
दूसरी ~ हां,,,तुम सही कह रही हो,,,।
दोनो एक छोटी सी गुफ़ा में घुस जाती है ,,,और तभी देखो वो हमारे पीछे ही है ,,,दोनो छिप जाती है।

लियाज़ ,,गुफा के बाहर थक कर बैठ जाती गई ,,अरे क्या बला है , पहली बार ,,किसी एनिमल वे अप्पन से बात  न करने के वास्ते भागा ,जरूर कुछ बात है !
पहली ~ ऐसे हम हाथ पर हाथ धरे नही बैठ सकते है ,
कुछ तो करना होगा ,,।
दूसरी ~ अरे हम तो गाल पर , हाथ धरे है ! दांत दिखती हुई ,,,।
पहली ~ चुप करो तुम ,कुछ तो करना होगा ,,मैं बाहर जाकर उससे हस्त करती हु ,,,
दुसरी ~ मैं भी चलू  ?
पहली ~ हां चल चल ,,,,,।
दोनो गुफा से बाहर आती है ,,।
लियाज़ ~ उन दोनो के पास जाती हुई ,,तुम दोनो अप्पन को देख कर भागा क्यू?
पहली ~ वो हम कसरत कर रहे थे , क्योंकि सुबह हमने किया नहीं था ।
दूसरी ~ अरे तो मैने सुबह तो तुम्हारे साथ ,तो बाहर निकल कर घूमने आए थे,, 😅।
पहली ~ तुम अपना मुंह बंद नहीं रख सकती हो ?

लियाज़ तुम दोनो झगड़ा करना बंद करो ,,,,
ये बताओ क्या हम पहले मिले है तुम दोनो से ,,
दुसरी ~ हां,,,,,
पहली~ चुप रहो तुम।
(दूसरी से ) लियाज़ बोली तुम चुप रहो उसे बोलने दो ,,,
दूसरी ~ हां हम दोनो अभी कुछ देर पहले ही ,,झील के
सामने तो मिले थे ?
दोनो फॉक्स हसने लगती है ,,,ही ही ही ,,,
लियाज़ ~ हां लेकिन,, मुझे लगा मैने तुमको की देखा है ।
वैसे तुम दोनो बहुत क्यूट है ,मेरे को अच्छा लगा तुम दोनो। मेरा दोस्त बनेगा?
दोनो फॉक्स ,, हां हां में सिर हिलाते हुए हामी भर दी।
तभी वो दोनो फॉक्स ,अचानक से एक लाल रंग के धागे जो चारो ओर तेज चमकीली रोशनी फेंकती हुई ,,अपने बंधन में,,,,,,,,,,,,,,
और आगे जानने के लिय आप लोग कमेंट करे

© @खामोश अल्फाज़ ©A.k