इश्क करने आया हूं
बहुत याद आता है वो पल ,
जब मैं तेरा इंतजार करता था ।
बेवजह तुझ पर ऐतबार करता था
मुझे याद है आज भी वो मुलाकातें
वो तेरे साथ बितायी हुई सुकून भरी रातें
शुक्रिया करना चाहूंगा उन यादों के लिए
और कुछ अनकही सी बातों के लिए
माना कि मुझसे दूर होने का डर तुझे सताता है
पर सुन पगली क्या कोई दिल से ज़ां को जुदा कर पाता है
जानता हूं मुश्किलें बहुत हैं और खराब हैं हालात
पर ये जान ले मेरी ज़ां नही खत्म होंगे तेरे लिए मेरे ये जज़्बात
अंजाम का तो पता नही पर ये पैगाम ले कर आया हूं
आशिक हूं मेरी ज़ां तेरा तुझसे इश्क करने आया हूं ।।
जब मैं तेरा इंतजार करता था ।
बेवजह तुझ पर ऐतबार करता था
मुझे याद है आज भी वो मुलाकातें
वो तेरे साथ बितायी हुई सुकून भरी रातें
शुक्रिया करना चाहूंगा उन यादों के लिए
और कुछ अनकही सी बातों के लिए
माना कि मुझसे दूर होने का डर तुझे सताता है
पर सुन पगली क्या कोई दिल से ज़ां को जुदा कर पाता है
जानता हूं मुश्किलें बहुत हैं और खराब हैं हालात
पर ये जान ले मेरी ज़ां नही खत्म होंगे तेरे लिए मेरे ये जज़्बात
अंजाम का तो पता नही पर ये पैगाम ले कर आया हूं
आशिक हूं मेरी ज़ां तेरा तुझसे इश्क करने आया हूं ।।