...

97 views

अनपढ़ लक्ष्मी
यह कहानी एक बहुत ही अच्छी ओर सीख दे जाने वाली कहानी है।

यह कहानी हमारे समाज की एक छोटी सी झलक दिखा देती है।

इस कहानी के माध्यम से मै, उन लोगो तक बात पहुँचाना चाहता हुँ।

जो पढ़ाई को जरूरी नही समझते।
यह कहानी एक 13 से 14 साल की बच्ची की कहानी है।

जिसका सपना पढ़ाई करना था, ताकी वो भी अपने सारे सपने पुरे कर सके।

लेकिन शायद ये उसे नहीं पता था, की इस समाज मे हर चीज पैसे से खरीदी जाती है।
वो चाहे कुछ भी हो।

उस बच्ची का सपना गरीबी ने तोड़ दिया ओर उसके परिवार मे कमाने वाला कोई नहीं था।

इसलिए लक्ष्मी को काम करने जाना पड़ा ओर पढ़ने का सपना छोड़ना पड़ा।
ओर वो एक भूसे, की दुकान पर काम करती है।

अब उसका एक ही सपना हैं, की वो अपने छोटे भाई को पढ़ाना चाहती हैं।

लक्ष्मी पुरे दिन मे 100 से 150 तक कमा लेती है।

इतनी सी बच्ची अभी से इतना बड़ा बोझ उठाने लगी हैं।

जिस उम्र मे उसे खेलना था उस उम्र मे वो पुरे परिवार को खिला रही हैं।

लोग कहते है, लड़की फूल सी होती है।
वो ज्यादा काम नहीं कर सकती, लक्ष्मी इस बात का जीता-जागता उधारण हैं कि स्त्री क्या नही कर सकती है।

ओर लक्ष्मी से जब मेरी पहली मुलाकात हुई।
तब मे अपने दोस्त के साथ, उस भूसे की दुकान पर गया था।

जब मैने लक्ष्मी से पूछा की तुम क्यों काम करती हो।

तुम पढ़ने क्यों नहीं, जाती हो।
तो लक्ष्मी ने मुझे मुस्कराहट के साथ, कहा की अगर मै,

पढ़ने जाऊँगी तो मेरा भाई नहीं जा पाएगा।
मैने पूछा क्यों नहीं जा पाऐगा,
तो लक्ष्मी ने फिर उसी मुस्कराहट के साथ कहा।

कमाएगा कौन?
मैने कहा पिता जी नहीं है क्या?
तो लक्ष्मी ने कहा नहीं है, लेकिन उनके दोनो पेर नहीं है।

इस वजह से मुझे ओर मेरी दादी को यहाँ काम करना पड़ता हैं।

मैने उससे ओर भी बहुत कुछ पूछने की कोशिश की, लेकिन उसने मुझे मुस्कराहट के सिवा ओर कोई जवाब नहीं दिया।

उसकी मुस्कराहट के पीछे मुझे साफ एक दर्द दिखाई दे रहा था।
जिसे वो किसी के साथ नहीं बाटना चाहती थी।

उसे देखकर मुझे इस गरीबी पर बहुत गुस्सा आ रहा था।

लेकिन गरीबी ही नही ये समाज भी कहीं ना कहीं इस बच्ची के सपने का गुनहगार है।

लक्ष्मी को किसी से कोई गिला सिकवा नहीं था।

वो तो इस सब को अपनी किस्मत मान कर चल रही थी।
बिना रोए, हसती हुई।

किसी को क्या खबर की ऐसी लक्ष्मी ना जाने कितनी है।
इस दुनिया मै, जिनके सपने ऐसे ही टूट जाते हैं।

अगर हम चाहे तो ये सब बदल सकते है, एक साथ मिलकर।

ये कोई झूटी कहानी नहीं है सच है, मैने इसे कहानी के रूप मे बताया है।

लेकिन ये किसी कि ज़िन्दगी है, किसी का सपना है।

किसी को इस बात का एहसास तक नहीं होगा की।
ना पढ़ पाने की वजह से लक्ष्मी की ज़िन्दगी किस हद तक बर्बाद हो सकती है।

मै इस कहानी को एक किस्से की तरह बता रहा हुँ मौका मिला तो आप सब को इस कहानी का अंत भी दिखाऊँगा।

शुक्रिया आपका अपने इस कहानी को पढ़ा।

#shahi6826
© SK BHARAT