सच?
कभी कभी लगता है हमारा जन्म ग़लत तरीके से हुआ है, जिस्म किसी और की आत्मा कहीं और जन्मा है।
तभी तो हम अनवरत भटकते रहते है खुद की खोज में,
इतनी बड़ी दुनिया में बस सिर्फ एक से ही इश्क़ होता है क्यों?वह भी एक उचित वक्त आने पर होता है।
हम ढूंढते रहते है किसमें हमारी जान बसती है।
जब हम प्यार कर रहे होते हैं किसी से तो हमें लगता है कि हम पूरे अंदर से प्यार कर रहे हैं पर धीरे-धीरे जब दो दिलों का मिलन होता है, तो हमें लगता है वो हममें समाए जा रहें है फिर विरह आती...
तभी तो हम अनवरत भटकते रहते है खुद की खोज में,
इतनी बड़ी दुनिया में बस सिर्फ एक से ही इश्क़ होता है क्यों?वह भी एक उचित वक्त आने पर होता है।
हम ढूंढते रहते है किसमें हमारी जान बसती है।
जब हम प्यार कर रहे होते हैं किसी से तो हमें लगता है कि हम पूरे अंदर से प्यार कर रहे हैं पर धीरे-धीरे जब दो दिलों का मिलन होता है, तो हमें लगता है वो हममें समाए जा रहें है फिर विरह आती...