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पता गलत -खौफ का रास्ता part-1
एक बार की बात है रिद्धिमा, घर की ओर जा रही थी। उसकी फ्रेंड ध्रुवी ने कहा कि उसे उसके घर छोड़ दे।
रिद्धिमा आसानी से यह बात मान जाती है। रिद्धिमा और ध्रुवी अभी नई-नई दोस्त बनी है।
रिद्धिमा और ध्रुवी की मुलाकात कॉफी एरिया में हुई है।
चलिए देखते हैं ध्रुवी और रिद्धिमा कैसे मिली।

ध्रुवी अपने लिए एक कॉफी निकाल रही थी। तभी रिद्धिमा कॉफी एरिया में एंट्री लेती है।

और बड़बड़ाते हुए मेरा खडूस बॉस ना जाने कब यहां से जाएगा तंग आ चुकी हूं जब से आया है ऑर्डर देता रहता है। उसके ऑर्डर भी बेकार है सारे के सारेे ऑर्डर बेकार यूं ही देता रहता है।
एक काम नहीं करने देता और बाद में कहता है कि मैं कोई काम नहीं करती।

यह कहते हुए काफी का कप आगे बढ़ाया और बड़बड़ाई आज तो मैं इसकी कॉपी में कुछ ऐसा मिला दूंगी जिससे कुछ टाइम के लिए बेहोशी हो जाए मेरा पीछा तो छूटेगा।

ध्रुवी ने रिद्धिमा को यह कहते हुए सुन लिया और कहा वाव (wow) कूल (cool) आइडिया अच्छा है।
रिद्धिमा ने कहा तुम कौन?
ध्रुवी ने अपना इंट्रोडक्शन देते हुए कहा हाय (hii) मैं ध्रुवी हूं। मैं इसी ऑफिस में काम करती हूं।
रिद्धिमा ने ज्यादा सोच नहीं इसी ऑफिस मैं तुम्हें कभी देखा नहीं।
मैं अभी नई आई हूं और जो नया ऑफिस है वहां काम करती है। मेरा बॉस तुम्हारे बॉस जैसा बिल्कुल भी खडूस नहीं है वैसे तुम्हारा बॉस सुना है बहुत हैंडसम है।
रिद्धिमा ने अपना मुंह बनाते हुे कहा हां बड़ा आया हैंडसम सारा दिन मुझे तंग करके रखता है मैं उसकी असिस्टेंट ना हुई उसकी नौकर हो गई।
वो मुझसे ऐसा कोई काम नहीं करवाता जिससे मेरी करियर ग्रोथ हो बस फालतू के काम करवाता रहता है। मुझसे कॉफी ऑर्डर करवाई है अब क्या मैं कॉफी ऑडर के लिए बनी हूं तुम ही बताओ मुझे।

ध्रुवी वेल ऐसा नहीं है बट हमको बॉस की सुननी पड़ती हैं।

रिद्धिमा थोड़ा गुस्से में थी।

ध्रुवी कहती है तुम क्यों न थोड़ा कूल डाउन हो जाओ ।

रिद्धिमा बोली ओह क्या "कूल डाउन "यार 1 मिनट भी लेट हुआ न तो बॉस मेरा मुझे क्या क्या कहेगा और मैं उसकी सारी बाते सुन पाने के मूड में नहीं।

ध्रुवी स्माइल करती है और कहती है तो शाम को मिलते है ऑफिस के बाद।
रिद्धिमा जल्दी में हां बोल कर चल देती है।

शाम को जैसे रिद्धिमा ऑफिस से बाहर आई ध्रुवी अचानक उसके पीछे से आ गई। रिद्धिमा चौक गई पर फिर नॉर्मल होते हुए कहा डरा दिया मुझे ऐसे अचानक कैसे आ गई तुम?

ध्रुवी ने बहाना बनाते हुए कहा वो actually तुम लेट थी तो मैंने सोचा एक कॉफी पी लूं मैं लेकिन तुमको देख लिया तो तुरंत वापस हो गई मैं।

रिद्धिमा ने कहा चलो मैं चलती हूं कल मिलेंगे आज थक गई हुं ।
ध्रुवीं मुंह बनाते हुए यार .....

रिद्धिमा क्या हुआ इतनी sad क्यों?

ध्रुवी बोली यार मैं क्या बोलूं मैं यहां न्यू हूं मुझे समझ नहीं आ रहा कैसे क्या करूं। अभी ही मैंने रेंट पर रूम लिया है । और अब शाम को अकेले न सिर्फ बोर बल्कि डर है की कही कोई बुरा इंसान न मिले नया शहर हैं।


रिद्धिमा बोली हां सही बोली वैसा कहा जाना है तुमको?

ध्रुवी नई सड़क मीर पुर चौराहा।

रिद्धिमा बोली ये नाम मैंने कभी सुना नहीं।

ध्रुवी हां शायद न सुना हो उधर ज्यादा लोग
नहीं जाते। फालतू की अपवाह को सच मानते है खैर तुमने white Lotus school सुना होगा।

रिद्धिमा राइट सुना है वो तो लंगोल गांव के पास से जाती न्यू सड़क पर है।

ध्रुवी हां वही है मीर पुर चौराहा वही नई सड़क।

रिद्धिमा हां नई सड़क ठीक है लेकिन वो लंगोल गांव ही है। मीर पुर चौराहा नहीं।

ध्रुवी क्या तुम भीयार ,हो सकता है मुझे एड्रेस ही गलत पता हैं। तुम सही हो और मीरा पुर चौराहा कही और है।

पार्ट - 1 शेष बाकी पार्ट में।

© Aarti kumari singh