ज़िन्दगी_से_याराना_भी और_माैत_से_घबराना_भी
#ज़िन्दगी_से_याराना_भी
#और_माैत_से_घबराना_भी
ये इन्सान की फितरत में है
लेकिन माैत से बचा नहीं जा सकता है माैत एक एसा सच है जिस सच का सामना हर जानदार चीज़ काे करना है
ज़िन्दगी बहुत ही रफ्तार से चल रही हाेती है हर किसी कि
और दिन भर माेबाइल की घंटियां बजती रहती है
लेकिन काैन सी घंटी बजने के बाद क्या...
#और_माैत_से_घबराना_भी
ये इन्सान की फितरत में है
लेकिन माैत से बचा नहीं जा सकता है माैत एक एसा सच है जिस सच का सामना हर जानदार चीज़ काे करना है
ज़िन्दगी बहुत ही रफ्तार से चल रही हाेती है हर किसी कि
और दिन भर माेबाइल की घंटियां बजती रहती है
लेकिन काैन सी घंटी बजने के बाद क्या...