प्यार छोटा बड़ा देखकर नहीं इंसान को देखकर होता है।
इस कहानी की शुरुआत होती है कॉलेज में पढ़ने वाली एक लड़की से जो रोज बस से सफर करके अपने कॉलेज जाते थी। लगभग एक साल बस से सफर करते-करते लड़की को एक बस कंडक्टर से प्यार हो जाता है।उनके प्यार में दिक्कत ये थी कि दोनों ने कभी भी एक दूसरे को बताया नहीं कि वह एक दूसरे को चाहते हैं। कंडक्टर ने कभी कभार इशारा किया भी लेकिन लड़की ने कोई जवाब नहीं दिया, क्योंकि लड़के तो अपनी बात कहने में बहुत ही सहज होते हैं।कहीं भी कुछ भी बोल देते हैं लेकिन लड़कियां थोड़ा सा...