...

4 views

न जाने क्यों उससे अलग होने का डर सताता है?
जब भी सोचता है शनि भविष्य के बारे में , न जाने क्यों ये दिल कहता है,वो उसके काबिल नही है
अंजली बड़े घर की एक सुंदर स्वभाव की लड़की,
और शनि एक मध्यम वर्गीय,किराए पर रहने वाला लड़का ,, प्रेम शनि ने अंजली से उसका बैकग्राउंड देखकर नही किया था,,इस लड़की से शनि का एक अलग सुंदर रिश्ता था ,,
दोनो एक दूसरे की दिल की बात बिना कहे समझ जाते थे,अंजली शनि को अपने जीवन का महत्वपूर्ण अंग समझती थी, और शनि से प्यार भी करती थी,, अपनी मम्मी के सो जाने के बाद जो कंबल में खुद को ढककर शनि से बात करती थी,, शनि की बातों को बड़े दिल लगाकर सुनती थी,, शनि के साथ वक्त बिताना उसे भी बहुत पसंद था,,
लोगो क्या सोचेंगे इससे अंजली को कोई फर्क नहीं पड़ता था, जब भी वो शनि के साथ होती ,तब वो सिर्फ उसी में खो जाती थी,,,,,
शनि अंजली से बहुत प्यार करता था,उसे अंजली एक बच्ची जैसी लगती थी ,कोमल ,पवित्र, मासूम और प्यारी ,,
शनि को उसकी प्यारी आवाज सुनने का मन हमेशा करता था,,उसकी आंखों में जादू था और शनि के प्रति अपार प्रेम की भावना ,, ,,,
कुल मिलाकर उन दोनो की जोड़ी बहुत अच्छी थी ,
लेकिन शनि का मन था अपनी जान से ही विवाह करने का,अंजली से अलग जीवन की कल्पना मात्र से ही शनि की आंखे भर जाती थी,,उसका बस एक ही लक्ष्य था ,अंजली को जीवन की सारी खुशियां देना,,
ये प्रश्न शनि को सोने नही देता था,"क्या मैं इतना योग्य बन पाऊंगा की अंजली को जीवन में खुशियां दे सकूं?क्या मेरे साथ वो बिना किसी कमी के सुखपूर्वक रह पाएगी ,
मैं जॉब के लिए ट्राई करूंगा मेहनत भी करूंगा ,लेकिन अगर जॉब नही लग पाई तो ?.........
तो मैं अंजली से कह दूंगा किसी योग्य लड़के से विवाह करले क्युकी मैं अपनी प्रिंसेस को किसी भी चीज की कमी नहीं होने दे सकता,"
तभी शनि के सामने अंजली के विवाह का दृश्य आ जाता,कितनी सुंदर लग रही है वो ,लाल साड़ी में ,दुल्हन के रूप में , होठों पर पवित्रता की मुस्कान.... चेहरे पर सुंदर आभा छलक रही है ,, आज शनि की प्यारी अंजली एक नया जीवन शुरू करेगी ,....
उसका वर फिर अंजली के हाथ में हाथ डालकर उसे वरमाला पेहनाता ,,,...
जिसके साथ जीवन बिताने का ख्वाब देखा था,जिसके एक झलक के बिना चैन नही आता था, जिसकी आवाज दिल को आराम पहुंचाती थी ,,जिसका सपर्श शरीर में सकराक्तमक ऊर्जा का संचार करता था,। ....उसी अपनी प्यारी अंजली के विवाह का दृश्य शनि की आंखे आसुओं से भर देता ,,
शनि की सास फूलने लगती,मानो प्राण निकल जायेंगे ,लेकिन फिर वो खुद को धीरज देता,,
चलो मेरी प्यारी अंजली सुविधापूर्वक तो रहेगी,....,मेरी नही हुई तो क्या हुआ , जिसकी भी हो,वो भी उसे बहुत प्यार करेगा ,क्युकी अंजली है ही ऐसी,...किसी को भी उससे प्यार हो जाएगा,.......
भविष्य में क्या होगा ये कोई नही जानता,,
क्या पता शनि भविष्य में कामयाब हो और उसकी शादी अंजली से ही हो ,...लेकिन...असफलता का भय , सफलता की खुशी से जाता होता है ,एक मध्यमवर्गीय लड़के को ,
परिवार की जिमेदारी और कैरियर बनाने के लिए बहुत बार अपने प्रेम को किसी और का होते देखना पड़ता है ,,..............
क्युकी एक बेरोजगार से कौन अपनी बेटी व्याहेगा?......
हर मध्यम वर्गीय लड़के की यही कहानी है ,..
सुबह दिखाते है खुद को एकदम खुश लेकिन ,रातों में उनकी आंखें , आंसू से भीगी होती है.........

आपको मेरी ये रचना कैसे लगी,...
अपने विचार comment में बताए
Thank you for reading
#story #life
© Mayank Kumar Kasaudhan