मिनिमम नहीं मैक्सिमम
गांव के ही खेल मैदान के नीम के पेड़ के नीचे ग्राम प्रधान और कुछ हल्का फुल्का पढ़े लिखे नौजवान आपस में चर्चा कर रहे थे। तब ग्राम प्रधान अखबार का पन्ना पलटा और कुछ देर पढ़ने के बाद बोला ।भाई हमने तो अभी तक नेता और डकैतों को लूटते हुए पढ़ा और सुना था ।चलो आज ये भी पढ़ लिया की अब हमारे पैसों की सेफ्टी करने वाली संस्थाएं भी हमे बेवकूफ बनाकर लूट रही है। नवजवानों ने झट पूंछा कहो क्या हुवा प्रधान जी। भाई क्या बताऊं मेरी मानो तो अब आप सभी एक बार फिर वही पुरानी तकनीक का उपयोग करो और अपने पैसे अपने ही पास अपने गुल्लक और तिजोरी में रखना शुरू कर दो, वरना जितनी की कमाई नहीं होगी उससे ज्यादा गवाना पड़ जायेगा। अगला बोला ।क्यूं,प्रधान जी, अरे देखो तो इधर इस साल भारतीय स्टेट बैंक पिछले तीन महीने में...