मोहब्बत की कुछ अनकही बातें
मैंने हर वो कोशिश कर के देख ली , केशव !
खुद को तुम्हारे सामने बेहतर बनाने की......
परिणाम तो ये आया कि तुम्हारे चक्कर में मैंने खुद को ही मिटा दिया , तुम्हारे लिए.......
फिर भी तुम्हारी न बन सकी , एक बार भी तुमने मुझे नोटिस ही नही...
खुद को तुम्हारे सामने बेहतर बनाने की......
परिणाम तो ये आया कि तुम्हारे चक्कर में मैंने खुद को ही मिटा दिया , तुम्हारे लिए.......
फिर भी तुम्हारी न बन सकी , एक बार भी तुमने मुझे नोटिस ही नही...