Beti : Betiyon ki shiksha
आज 2020 में आधुनिक समय में शिक्षा का महत्व निरंतर बढ़ता ही जा रहा है। आज के समय में शिक्षा हर एक बच्चे के लिए और एक इंसान के लिए बहुत ही आवश्यक है।
2011 की जनगणना के अनुसार देश की साक्षरता दर 73 % थी। जिसके अनुसार पुरुषों में साक्षरता 80.9 % और महिलाओं में यह 64.6 % पाई गई थी।
2011 की जनगणना के अनुसार महिलाओं और पुरुषो की साक्षरता दर में काफी अंतर देखने को मिलता हैं। इस जनगणना के अनुसार 16% महिलाएँ पुरुषों की तुलना में कम पड़ी - लिखी दिखाई देती हैं।
बेटियों एवं महिलाओं की शिक्षा शुरू से ही बहुत कम रही है। हमारे भारत देश जैसे समाज में बेटियों एवं महिलाओं की शिक्षा को लेकर लोगों की सोच इतनी छोटी है कि वह उनकी शिक्षा को लेकर इतना महत्व नहीं देते। शहरों की तुलना में ज्यादातर गांव में और छोटे कस्बों में बेटियां अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ देती है।
हमारे समाज में कई सारी ऐसी चीजें है। जिनके कारण बेटियां पढ़ाई से दूर रह जाती है जो इस प्रकार है-
हमारे समाज में अक्सर माता-पिता अपनी...
2011 की जनगणना के अनुसार देश की साक्षरता दर 73 % थी। जिसके अनुसार पुरुषों में साक्षरता 80.9 % और महिलाओं में यह 64.6 % पाई गई थी।
2011 की जनगणना के अनुसार महिलाओं और पुरुषो की साक्षरता दर में काफी अंतर देखने को मिलता हैं। इस जनगणना के अनुसार 16% महिलाएँ पुरुषों की तुलना में कम पड़ी - लिखी दिखाई देती हैं।
बेटियों एवं महिलाओं की शिक्षा शुरू से ही बहुत कम रही है। हमारे भारत देश जैसे समाज में बेटियों एवं महिलाओं की शिक्षा को लेकर लोगों की सोच इतनी छोटी है कि वह उनकी शिक्षा को लेकर इतना महत्व नहीं देते। शहरों की तुलना में ज्यादातर गांव में और छोटे कस्बों में बेटियां अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ देती है।
हमारे समाज में कई सारी ऐसी चीजें है। जिनके कारण बेटियां पढ़ाई से दूर रह जाती है जो इस प्रकार है-
हमारे समाज में अक्सर माता-पिता अपनी...