...

12 views

ज़िन्दगी क्यों इम्तिहान ले रहीं हैं.....
कभी कभी हालात इतने ख़राब हो जाते हैं की हम चाह कर भी कुछ ठीक नहीं कर सकते। किसी से कुछ कहे नहीं सकते तो अपने दुख को कैसे कम करे। आज वो दिन है जब हमने अपनी मम्मी को खोया हैं। उसी दिन पर हर साल कुछ ऐसा होता हैं ज़ब हम रोते हैं। समझ नहीं आता हम क्या करें। आज भी उतनी ही तकलीफ हो रहीं हैं जितनी पहले हुई थी। 5साल हो गए अपने दूर हो गए किसे समझाये सब समझदार हैं कोई किसी की नहीं सुन रहा सब खुद में खोये हैं। आज एहसास हो रहा हैं की हम बच्चे ही माँ बाप का दुख का कारण कैसे बनते हैं।
ज़ब कुछ ना कहा जाये तब चुप रहना ही सही हैं। जो करेगा ये निरंकार करेगा ये ही सब ठीक कर सकता हैं। हम तो मामूली इंसान हैं। जो हैं सब ये दातार हैं जिसकी वजह से ये साँसे चल रहीं हैं।
© Niharik@ ki kalam se✍️