Guru ji
स्कूल/कॉलेज वाले गुरु जी की भी एक अलग ही कहानी होती है जो बच्चा होशियर हो उसे और होशियार करने में वो कोई कसर नहीं छोड़ते और जो हमेशा पीछे रहता है उनसे वो थोड़ा दूर ही रहते है हां पर देते रहते है समय समय पर अपना पूरा ध्यान जब लगे हमे कोई समस्या तो कर भी देते है पूरा समाधान ,होता है उन सबका समझाने का अपना अपना एक अनोखा तरीका
जिसे आए समझ में उसकी करे वो वाही वाही
और जिसे ना आए समझ उन्हें कहे वो बाद में देखलेगे
जिसे आए समझ में उसकी करे वो वाही वाही
और जिसे ना आए समझ उन्हें कहे वो बाद में देखलेगे