वापस आ जाओ "मायू"
तुमसे कह तो दिया मैंने तुमसे बात करने की कोई कोशिश नहीं करुंगा,,
मगर ये नहीं कह पाया के हर रोज़ मैं कितनी मौतें मरुंगा...
हाँ रहुंगा तुमसे दूर मगर मुझे समझ नहीं आता के आगे क्या करुंगा,,
तुम्हारे ख्यालों में हर पल गुज़ारने का फैसला किया है अब तुम ही बताओ मैं ये सब कैसे सहूंगा...
माँ से कहा था मैंने के तुम ही मेरी दुल्हन...
मगर ये नहीं कह पाया के हर रोज़ मैं कितनी मौतें मरुंगा...
हाँ रहुंगा तुमसे दूर मगर मुझे समझ नहीं आता के आगे क्या करुंगा,,
तुम्हारे ख्यालों में हर पल गुज़ारने का फैसला किया है अब तुम ही बताओ मैं ये सब कैसे सहूंगा...
माँ से कहा था मैंने के तुम ही मेरी दुल्हन...