पिता का प्यार।
चंद महीनों से न जाने क्या हुई अनहोनी,
पिता-पुत्र के रिश्ते को खाने काल आया।
दोनो ने फिर न की बात एक दूजे से,
बीता एक साल दूजा साल आया।
पिता करता रहा कोशिश मगर,
पुत्र को न उसका ख्याल आया।
की पुत्र की तबियत है खराब...
पिता-पुत्र के रिश्ते को खाने काल आया।
दोनो ने फिर न की बात एक दूजे से,
बीता एक साल दूजा साल आया।
पिता करता रहा कोशिश मगर,
पुत्र को न उसका ख्याल आया।
की पुत्र की तबियत है खराब...