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बहुपति विवाह
पहला अध्याय: पार्वती और बहुपति विवाह💕


स्थान: गढ़वाल हिमालय की बर्फीली चोटियाँ, उत्तराखंड, भारत। साल: 2023
धुंध और बर्फ की चादर से लिपटी, शांत और रहस्यमयी वादियाें में, एक चीड़ के पेड़ के नीचे, खून से सनी बर्फ़ पर एक लाश पड़ी थी।


लाश एक युवती की थी, जिसके माथे पर एक गहरा घाव था। उसके आँखें खुली हुई थीं, जैसे किसी अनजाने खौफ से ठिठक गई हों। उसके लाल गालों पर जमी बर्फ की परत सूरज की पहली किरणों से चमक रही थी, जैसे प्रकृति भी उसकी मौत पर आँसू बहा रही हो।😶‍🌫😶‍🌫


गाँव के प्रधान, शेर सिंह ..जोकि पुलिस विभाग के साथ जुड़े हुए थे।शेरशिंग को इस केस को सुलझाने की कमान दी गयी ।अपने कुछ आदमियों के साथ मौके पर पहुँचे। शेर सिंह एक अनुभवी और समझदार व्यक्ति थे, जिन्होंने अपनी जिंदगी इस पहाड़ी इलाके में गुजारी थी। उन्होंने लाश को ध्यान से देखा। लड़की ने एक पारम्परिक पहाड़ी पोशाक पहनी थी, और उसके हाथों में मेहँदी लगी थी। शेर सिंह समझ गए कि यह कोई आम मौत नहीं है।❤


"यह कोई जानवर का काम नहीं है," शेर सिंह ने अपने एक आदमी से कहा, "घाव साफ़ है, जैसे किसी धारदार हथियार से किया गया हो।"
"लेकिन प्रधानजी, यहाँ तो कोई आता जाता नहीं। फिर यह..." दूसरे आदमी ने डरते हुए कहा।💀💀😣


शेर सिंह ने चारों ओर देखा। दूर दूर तक सिर्फ बर्फ और चीड़ के पेड़ नज़र आ रहे थे। गाँव भी यहाँ से काफी दूर था। इस सुनसान जगह पर किसी का आना और फिर ऐसे कत्ल करना, कई सवाल खड़े करता था।🤒💕


"जाओ, गाँव में खबर भेजो। और देखो, किसी को इस बारे में ज्यादा कुछ पता न चले," शेर सिंह ने कहा।☹️

उनके आदमी बात समझ गए और तुरंत गाँव की ओर दौड़ पड़े। शेर सिंह अभी भी लाश के पास खड़े थे, उनकी भौंहे चिंता से सिकुड़ी हुई थीं। उन्हें लग रहा था जैसे यह मामला इतना सीधा नहीं है जितना दिख रहा है। इस पहाड़ी इलाके में, जहाँ रिवाज़ और परंपराएँ आज भी जिंदगी का अहम हिस्सा थीं, एक युवती का इस तरह कत्ल होना, एक बहुत बड़ी बात थी। और शेर सिंह जानते थे कि उन्हें इस रहस्य की तह तक जाना होगा। खासकर तब, जब उन्हें पता चला की मृतक लड़की का नाम था "पार्वती", और वो गाँव के सबसे सम्मानित परिवार की सदस्य थी .....और तो और, पार्वती की शादी एक ऐसे परिवार में हुई थी जहाँ बहुपति प्रथा का पालन होता था - यानी, एक स्त्री के एक से अधिक पति। यह बात मामले को और भी जटिल बना देती थी।👑👑.....






दूसरा अध्याय: बहुपति प्रथा की दीवारें🤒💕


गाँव में खबर फैलते ही सन्नाटा पसर गया। पार्वती की मौत ने सबको हिला कर रख दिया था। जिस घर में कुछ दिन पहले शादी की शहनाइयाँ गूंज रही थीं, आज वहाँ मातम छाया हुआ था। पार्वती के तीनों पति, अर्जुन, भीमराव...