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दर्द और धोखा
ये कहानी हैं मेघा की, मेघा हमेशा ख़ुश रहने वाली अपनी ज़िन्दगी से प्यार करने वाली लड़की हैं, जिसे अपने सपनों से बहुत प्यार हैं, और अपने सपनों और पूरा करने की हिम्मत भी हैं, मेघा सबसे प्यार करने वाली लड़की हैं, सबका ख्याल रखने वाली मेघा गलत के खिलाफ बोलने वाली लड़की थी जो कभी गलत चीज़ गलत बात बर्दास्त नहीं करती थी चाहे फिर वो बात किसी ने भी कही क्यों ना हो, लेकिन जब मेघा के साथ गलत हुआ उसने कुछ नहीं किया अपने साथ हुआ धोखा अपने साथ हुए गलत को उसने सह लिया और किसी को भी कुछ नहीं बोला, मेघा की शादी दो साल पहले विनय नाम के लड़के से उसके पिता ने ज़बरदस्ती करवा दी, मेघा को वो लड़का बिलकुल पसंद नहीं था, मेघा ने सबसे कहा किसी ने उसकी नहीं सुन्नी मेघा का दिल बार बार उसे कह रहा था कुछ गलत हो रहा हैं पर दिखाई नहीं दे रहा, शादी से पहले कभी भी मेघा और विनय की आपस में बात नहीं होती मेघा उसके नाम के अलवा उसके बारे में कुछ नहीं जानती थी, उसने विनय को सीधा शादी वाले दिन देखा था,मेघा के पिता ने लड़के वालो के बारे में को भी पड़ताल नहीं की थी, मेघा को एक अनजाना डर सत्ता रहा था किसी ने उसकी एक नहीं सुनी, बहुत जल्द मेघा का डर सच साबित होने वाला था, मेघा की शादी जब विनय से हुई मेघा को मानो कोई होश ही नहीं था कब शादी हुई कब वो अपने ससुराल चली गयी उसे पता ही नहीं चला, उसे तब होश आया जब शादी की पहली रात उसका पति उसके पास आकर उसे छूने की कोशिश करता हैं, मेघा बहुत डर गयी थी, वो विनय को बिल्कुल जानती नहीं थी, उसके नाम के अलावा वो कुछ भी नहीं जानती थी और वो उसे पसंद भी तो नहीं करती थी उसके पिता ने ज़बरदस्ती उसकी शादी विनय से करवाई थी, उसका दिल ये सब मानने से मना कर रहा था, उसने डरते डरते विनये से कहा की क्या आप मुझे थोड़ा वक़्त दे सकते हो, तब तक दोस्त बन कर रहते हैं उसके पति ने कहा ऐसा नहीं हो सकता उसने कहा की वो सिर्फ दो दिन का वक़्त दे सकता हैं, लेकिन अगली रात से विनय ने उसके साथ ज़बरदस्ती करना शुरू कर दिया, उसने मना किया तो विनय ने अपनी माँ और बाकि घरवालों को इकढ़ा कर लिया, मेघा ने विनय को बहुत रोका उसे विनती की जो उसे करना हैं वो कर सकता हैं वो मना नहीं करेंगी ना रोएगी, लेकिन विनय ने उसकी एक नहीं सुनी अपनी माँ को और बाकि घरवालों को इकट्ठा कर लिया विनय की माँ ने बात का तमाशा बना दिया, मेघा के घर पे रात को फ़ोन कर दिया सब ने विनय ने मेघा के भाई से कहा की मेघा उसे छूने नहीं देती क्या उसका कोई हक़ नहीं हैं उस पर, ज़िन्दगी में पहली बार मेघा को इतनी शर्मिंदगी सहनी पड़ रही थी, मेघा दिल में सोच रही थी उसकी क्या गलती है कल ही तो विनय ने कहा था दो दिन का समय ले लो तो अब क्या हुआ, पहली बार उसके घरवालों ने उसे इतना कुछ सुनाया और विनय का पूरा साथ दिया और कहा हमेशा साथ खड़े हैं तेरे मेघा के साथ कोई नहीं था, विनय को हिम्मत मिल गयी, मेघा टूट गयी थी उस दिन के बाद मेघा ने कभी विनय को अपने आप को छूने से मना नहीं किया, मेघा का हर सपना टूट गया था, उसने इसी को अपनी किस्मत समझ लिया था, धीरे धीरे उसे विनय से प्यार हो गया था उसने एडजस्ट करना विनय की ख़ुशी में ख़ुश होना सीख लिया था, शादी के कुछ महीनो बाद ही विनय ने मेघा पर हाथ उठाना शुरू कर दिया था, आज तक कभी मेघा के पिता ने मेघा पर कभी गुस्सा नहीं किया था, और विनय ने उस पर हाथ उठाना शुरू कर दिया था जब भी विनये को गुस्सा आता वो अपना सारा गुस्सा मेघा पर निकालता, विनय कोई काम नहीं करता था सारा दिन घर पे रहता था आवारा भर घूमता रहता था ना वो पढ़ा लिखा था ना समझदार था ना वो मेघा की इज़्ज़त करता था ना उसे कुछ बताता था कहा जा रहा हैं कहा से आ रहा हैं शादी के बाद भी मेघा को कुछ नहीं पता था विनये के बारे में की वो जॉब नहीं करता तो जाता कहा हैं, विनय के माँ बाप विनय का पूरा साथ देते, वो विनय को मेघा को मारने के लिए उकसाते थे, मेघा कभी किसी से कुछ नहीं कहती थी सब कुछ चुप चाप सहती रहती जो लड़की शादी से पहले गलत और सही के बारे में इतना बोलती थी वो आज अपने साथ हो रहे गलत के खिलाफ कुछ बोल नहीं पा रही थी, उसने कई बार अपनी माँ बाप से कहने की कोशिश की पर किसी ने उसकी मदद नहीं की, उसके भाई को कहा उसने भी मदद नहीं की, मेघा ने इसे भी अपनी किस्मत समझ लिया, और विनय के उसे मारने को भी स्वीकार कर लिया, एक बार विनय गुस्से से घर आया, मेघा ने उसे चाय और नाश्ता दिया विनये ने नाश्ता उसके मुँह पर फेक दिया और उसे मारना शुरू कर दिया उसे जानवरो की तरह मारने लगा, उसने अलमारी में फिर ड्रेसिंग टेबल पर मेघा को मारा, मेघा बेहोश हो गयी पर वो उसे मारने से रुका नहीं,मेघा अंदर से खत्म हो गयी थी, पर वो क्या करती कहा जाती, उसके पास यह सब सहने के अलवा कोई चारा नहीं था, कुछ दिनों बाद उसने सब कुछ सहना सीख लिया, कुछ महीनो बाद उसने अपने पति के फोन पर बहुत सारी लड़कियों के मैसेज देखे विनय हमेशा अपना फ़ोन अपने पास ही रखता था शक तो मेघा को पहले से था पर विनय का डर उसके अंदर बैठ गया था, उस दिन पता नहीं कैसी विनय फ़ोन कमरे में छोड़ कर नहाने चला गया तब मेघा ने उसका फ़ोन देखा तो उसका शक सही साबित हो गया, मेघा सोच में पड़ गयी अब क्या, चाहे विनय कैसा भी था पर मेघा उसे प्यार करती थी,मेघा ने हिम्मत करके विनय से पूछा उन लड़कियों के बारे में और उसने विनय से कहा फीलिंग चेंज हो जाती है, अगर उसे कोई और लड़की पसंद है तो वो बोल सकते है वो अपना ख्याल खुद रख लेगी, अगर बच्चा हुआ भी तो उसे भी वो खुद संभाल लेगी,विनय ने कहा ऐसा कुछ नहीं है, वो ज़्यादा सोच रही है, मेघा ने उसकी बातों पर यकीन कर लिया मैसेज पढ़ने के बावजूद उसने विनय की बातों पर यकीन कर लिया, विनय पूरी रात दूसरी लड़कियों से बात करता और फिर मेघा को छूता मेघा को कुछ समझ नहीं आ रहा था, की उसके साथ क्या हो रहा है, मेघा विनय के दिए धोखे को और उसके दिए दर्द को सह नहीं पा रही थी,आगे मेघा की ज़िन्दगी में क्या होगा वो मेघा भी नहीं जानती थी, आगे क्या होगा मेघा बस इस बात से डरती थी, उसके मन मे कई सवाल थे जिनके उसके पास को जवाब नहीं था, क्या होगा मेघा के साथ क्या होंगी उसकी आगे की कहानी मेघा कुछ नहीं जानती थी, ना जाने मेघा की ज़िन्दगी आगे क्या मोड़ लेगी.




© नेहा शर्मा