सुखद सुहागरात की कहानी p1
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**सुखद सुहागरात की कहानी**
हमारी शादी का दिन एक सपने जैसा था, और अब हमारी पहली रात थी, जिस पर हम दोनों का हक था। मैं, नंदिनी, और मेरे पति, रवि, एक-दूसरे के साथ अपनी जिंदगी का सबसे खास पल बिताने जा रहे थे। शादी से पहले रवि ने कई बार मुझसे शारीरिक संबंध बनाने की इच्छा जताई थी, लेकिन मैंने हमेशा इसे शादी के बाद के लिए सुरक्षित रखा। और अब, यह रात आ गई थी।
हमारा कमरा खूबसूरती से सजाया गया था, गुलाब की पंखुड़ियों से सजी बिस्तर, मोमबत्तियों की मद्धिम रोशनी और खुशबूदार धूप सब कुछ एक परियों की कहानी जैसा बना रहा था। मैं बिस्तर पर red साड़ी पहनकर बैठी थी, मेरे बाल खुले हुए थे और मेरी दिल की धड़कनें तेज हो रही थीं।
रवि कमरे में आया और उसकी आंखों में प्यार और वासना की चमक साफ नजर आ रही थी। humne pahle pyar aur mohabbat ki pyari batein kin saath jeene aur marne ki kasamen khayin phir उसने धीरे-धीरे मेरे पास आकर मेरे हाथों को अपने हाथों में लिया और उन्हें अपने होठों से चूमा। उसकी छूने से ही मेरे शरीर में सिहरन दौड़ गई।
उसने मेरे कानों के पास धीरे से फुसफुसाया, "तुम बहुत खूबसूरत लग रही हो, नंदिनी।" उसकी आवाज में एक गहराई और प्यार था, जो मुझे और भी अधिक उत्तेजित कर रहा था।
रवि ने धीरे-धीरे मेरी साड़ी का पल्लू हटाया और मेरे चेहरे को अपने हाथों में लेकर गहरा चुंबन लिया। उसकी होठों की गर्मी ने मेरे शरीर में आग लगा दी। मैंने भी उसकी शर्ट के बटन खोलना शुरू किया। हमारी सांसें तेज हो गई थीं और हमारे दिल एक-दूसरे के पास और करीब आने को बेताब थे।
रवि ने मुझे बिस्तर पर लिटाया और धीरे-धीरे मेरे कपड़े उतारने लगा। उसकी उंगलियां मेरे शरीर पर घूम रही थीं, और मैं उसकी हर छूने का आनंद ले रही थी। जब मैं नग्न हो गई, तो उसने मेरे स्तनों को अपने हाथों में लिया और उन्हें धीरे-धीरे चूसना शुरू किया। उसकी जीभ मेरे निपल्स पर घूम रही थी, जिससे मेरे शरीर में उत्तेजना की लहर दौड़ गई।
फोरप्ले के दौरान, रवि ने अपने होठों से मेरे पूरे शरीर को चूमा। उसने मेरी गर्दन, मेरे कंधे, मेरे स्तन, और धीरे-धीरे मेरे पेट को चूमा। उसकी हर किस मुझे और भी उत्तेजित कर रही थी। मैंने भी उसे अपने पास खींचा और उसके होठों को चूसा। हमारी सांसें तेज हो गई थीं और हमारा शरीर एक-दूसरे के प्यार में डूबा हुआ था।
इसके बाद, रवि ने धीरे-धीरे अपने लंड को मेरी चूत के पास ले जाकर रगड़ना शुरू किया। मैंने उसकी मदद के लिए अपने हाथों से उसे दिशा दी। जब उसने अपने लंड को मेरी चूत में डालना शुरू किया, तो मैंने एक गहरी सांस ली और अपनी आंखें बंद कर लीं। उसकी हर धक्का मुझे और भी आनंदित कर रहा था।
रवि ने धीरे-धीरे अपनी गति तेज की, और मैंने अपने हाथों से उसके कंधों को पकड़कर उसे और भी गहरा धक्का देने के लिए प्रेरित किया। उसकी गति बढ़ती जा रही थी, और मैं उसकी हर धक्के का आनंद ले रही थी। हमारे शरीर एक-दूसरे के साथ मिलकर इस आनंद की चरम सीमा तक पहुंच रहे थे।
हमारी पहली रात की शुरुआत बेहद रोमांटिक और वासना से भरी हुई थी। जब रवि ने मुझे पहली बार चोदा, तो मैं उस आनंद की चरम सीमा तक पहुंच गई थी। लेकिन मेरा मन एक बार चुदने के बाद भी पूरी तरह संतुष्ट नहीं हुआ। मैं और भी चाहती थी।
मैंने धीरे-धीरे रवि के लंड को पकड़ा और उसे हल्के-हल्के से शलाना शुरू किया। मेरे स्पर्श का अहसास होते ही उसका लंड फिर से बड़ा और कड़क हो गया। रवि ने मेरी ओर देखा, उसकी आंखों में फिर से वही ज्वाला थी, जो पहले थी। वह मुझसे और भी अधिक उत्साह और जोश के साथ चोदने के लिए तैयार था।
मैंने उसे अपने पास खींचा और उसकी पीठ पर अपनी उंगलियां फेरीं। उसने मुझे बिस्तर पर लिटाया और मेरे शरीर को अपने हाथों से प्यार करना शुरू किया। उसकी हर छुअन से मेरे शरीर में सिहरन दौड़ रही थी। उसने धीरे-धीरे मेरे स्तनों को फिर से चूसना शुरू किया, और मैं उसके हर स्पर्श का आनंद ले रही थी।
फिर रवि ने मेरे पैरों को फैलाया और अपनी जीभ से मेरी चूत को चाटने लगा। उसकी जीभ की हर हरकत मुझे और भी उत्तेजित कर रही थी। मैं उसके सिर को अपने हाथों से पकड़कर और भी गहराई से चाटने के लिए प्रेरित कर रही थी। उसकी जीभ के स्पर्श से मैं मदहोश हो रही थी।
जब मैं पूरी तरह से तैयार हो गई, तो रवि ने अपना लंड मेरी चूत के पास लाकर धीरे-धीरे अंदर डालना शुरू किया। इस बार, उसका लंड पहले से भी ज्यादा बड़ा और कड़क था। उसने धीरे-धीरे धक्का देना शुरू किया, और मैं उसकी हर हरकत का आनंद ले रही थी। उसकी गति धीरे-धीरे बढ़ रही थी, और मैं उसके साथ मिलकर इस आनंद को और भी गहरा अनुभव कर रही थी।
रवि ने मुझे अलग-अलग पोजिशन में चोदा, और हर पोजिशन में मुझे अलग-अलग तरह का आनंद मिला। कभी उसने मुझे पीछे से चोदा, तो कभी उसने मुझे अपने ऊपर बैठाकर चोदा। हर बार, उसकी धक्कों से मुझे एक नया और अलग आनंद मिल रहा था।
हम दोनों ने पूरी रात एक-दूसरे को प्यार और वासना में डूबकर बिताई। इस रात ने हमारे प्यार को और भी गहरा और मजबूत बना दिया। यह रात हमारे जीवन की सबसे खास और यादगार रात थी, जिसे हम कभी नहीं भूल सकते थे।
© Aman
**सुखद सुहागरात की कहानी**
हमारी शादी का दिन एक सपने जैसा था, और अब हमारी पहली रात थी, जिस पर हम दोनों का हक था। मैं, नंदिनी, और मेरे पति, रवि, एक-दूसरे के साथ अपनी जिंदगी का सबसे खास पल बिताने जा रहे थे। शादी से पहले रवि ने कई बार मुझसे शारीरिक संबंध बनाने की इच्छा जताई थी, लेकिन मैंने हमेशा इसे शादी के बाद के लिए सुरक्षित रखा। और अब, यह रात आ गई थी।
हमारा कमरा खूबसूरती से सजाया गया था, गुलाब की पंखुड़ियों से सजी बिस्तर, मोमबत्तियों की मद्धिम रोशनी और खुशबूदार धूप सब कुछ एक परियों की कहानी जैसा बना रहा था। मैं बिस्तर पर red साड़ी पहनकर बैठी थी, मेरे बाल खुले हुए थे और मेरी दिल की धड़कनें तेज हो रही थीं।
रवि कमरे में आया और उसकी आंखों में प्यार और वासना की चमक साफ नजर आ रही थी। humne pahle pyar aur mohabbat ki pyari batein kin saath jeene aur marne ki kasamen khayin phir उसने धीरे-धीरे मेरे पास आकर मेरे हाथों को अपने हाथों में लिया और उन्हें अपने होठों से चूमा। उसकी छूने से ही मेरे शरीर में सिहरन दौड़ गई।
उसने मेरे कानों के पास धीरे से फुसफुसाया, "तुम बहुत खूबसूरत लग रही हो, नंदिनी।" उसकी आवाज में एक गहराई और प्यार था, जो मुझे और भी अधिक उत्तेजित कर रहा था।
रवि ने धीरे-धीरे मेरी साड़ी का पल्लू हटाया और मेरे चेहरे को अपने हाथों में लेकर गहरा चुंबन लिया। उसकी होठों की गर्मी ने मेरे शरीर में आग लगा दी। मैंने भी उसकी शर्ट के बटन खोलना शुरू किया। हमारी सांसें तेज हो गई थीं और हमारे दिल एक-दूसरे के पास और करीब आने को बेताब थे।
रवि ने मुझे बिस्तर पर लिटाया और धीरे-धीरे मेरे कपड़े उतारने लगा। उसकी उंगलियां मेरे शरीर पर घूम रही थीं, और मैं उसकी हर छूने का आनंद ले रही थी। जब मैं नग्न हो गई, तो उसने मेरे स्तनों को अपने हाथों में लिया और उन्हें धीरे-धीरे चूसना शुरू किया। उसकी जीभ मेरे निपल्स पर घूम रही थी, जिससे मेरे शरीर में उत्तेजना की लहर दौड़ गई।
फोरप्ले के दौरान, रवि ने अपने होठों से मेरे पूरे शरीर को चूमा। उसने मेरी गर्दन, मेरे कंधे, मेरे स्तन, और धीरे-धीरे मेरे पेट को चूमा। उसकी हर किस मुझे और भी उत्तेजित कर रही थी। मैंने भी उसे अपने पास खींचा और उसके होठों को चूसा। हमारी सांसें तेज हो गई थीं और हमारा शरीर एक-दूसरे के प्यार में डूबा हुआ था।
इसके बाद, रवि ने धीरे-धीरे अपने लंड को मेरी चूत के पास ले जाकर रगड़ना शुरू किया। मैंने उसकी मदद के लिए अपने हाथों से उसे दिशा दी। जब उसने अपने लंड को मेरी चूत में डालना शुरू किया, तो मैंने एक गहरी सांस ली और अपनी आंखें बंद कर लीं। उसकी हर धक्का मुझे और भी आनंदित कर रहा था।
रवि ने धीरे-धीरे अपनी गति तेज की, और मैंने अपने हाथों से उसके कंधों को पकड़कर उसे और भी गहरा धक्का देने के लिए प्रेरित किया। उसकी गति बढ़ती जा रही थी, और मैं उसकी हर धक्के का आनंद ले रही थी। हमारे शरीर एक-दूसरे के साथ मिलकर इस आनंद की चरम सीमा तक पहुंच रहे थे।
हमारी पहली रात की शुरुआत बेहद रोमांटिक और वासना से भरी हुई थी। जब रवि ने मुझे पहली बार चोदा, तो मैं उस आनंद की चरम सीमा तक पहुंच गई थी। लेकिन मेरा मन एक बार चुदने के बाद भी पूरी तरह संतुष्ट नहीं हुआ। मैं और भी चाहती थी।
मैंने धीरे-धीरे रवि के लंड को पकड़ा और उसे हल्के-हल्के से शलाना शुरू किया। मेरे स्पर्श का अहसास होते ही उसका लंड फिर से बड़ा और कड़क हो गया। रवि ने मेरी ओर देखा, उसकी आंखों में फिर से वही ज्वाला थी, जो पहले थी। वह मुझसे और भी अधिक उत्साह और जोश के साथ चोदने के लिए तैयार था।
मैंने उसे अपने पास खींचा और उसकी पीठ पर अपनी उंगलियां फेरीं। उसने मुझे बिस्तर पर लिटाया और मेरे शरीर को अपने हाथों से प्यार करना शुरू किया। उसकी हर छुअन से मेरे शरीर में सिहरन दौड़ रही थी। उसने धीरे-धीरे मेरे स्तनों को फिर से चूसना शुरू किया, और मैं उसके हर स्पर्श का आनंद ले रही थी।
फिर रवि ने मेरे पैरों को फैलाया और अपनी जीभ से मेरी चूत को चाटने लगा। उसकी जीभ की हर हरकत मुझे और भी उत्तेजित कर रही थी। मैं उसके सिर को अपने हाथों से पकड़कर और भी गहराई से चाटने के लिए प्रेरित कर रही थी। उसकी जीभ के स्पर्श से मैं मदहोश हो रही थी।
जब मैं पूरी तरह से तैयार हो गई, तो रवि ने अपना लंड मेरी चूत के पास लाकर धीरे-धीरे अंदर डालना शुरू किया। इस बार, उसका लंड पहले से भी ज्यादा बड़ा और कड़क था। उसने धीरे-धीरे धक्का देना शुरू किया, और मैं उसकी हर हरकत का आनंद ले रही थी। उसकी गति धीरे-धीरे बढ़ रही थी, और मैं उसके साथ मिलकर इस आनंद को और भी गहरा अनुभव कर रही थी।
रवि ने मुझे अलग-अलग पोजिशन में चोदा, और हर पोजिशन में मुझे अलग-अलग तरह का आनंद मिला। कभी उसने मुझे पीछे से चोदा, तो कभी उसने मुझे अपने ऊपर बैठाकर चोदा। हर बार, उसकी धक्कों से मुझे एक नया और अलग आनंद मिल रहा था।
हम दोनों ने पूरी रात एक-दूसरे को प्यार और वासना में डूबकर बिताई। इस रात ने हमारे प्यार को और भी गहरा और मजबूत बना दिया। यह रात हमारे जीवन की सबसे खास और यादगार रात थी, जिसे हम कभी नहीं भूल सकते थे।
© Aman